राहुल गांधी ने तेजस्वी से बनाई दूरी? मंच पर नहीं बिठाया पास! गरमाई सियासत
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राहुल गांधी ने तेजस्वी से बनाई दूरी? मंच पर नहीं बिठाया पास! गरमाई सियासत

Elections 2025 Bihar: तेजस्वी और राहुल के बीच का फिजिकल डिस्टेंस अब पॉलिटिकल डिस्टेंस बनता जा रहा है. मंच की एक कुर्सी ने महागठबंधन की अंदरूनी हलचल को उजागर कर दिया है.


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Bihar Politics: जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच अब पहले जैसे रिश्ते नहीं रहे. उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी अब तेजस्वी यादव को अपने पास बैठाना तक पसंद नहीं करते. इसके पीछे कारण बताया गया कि तेजस्वी की छवि विवादित है. नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब तेजस्वी की राजनीतिक छवि को कमजोर करने की कोशिश में लगी है.

क्या हुआ था मंच पर?

बुधवार को बिहार में महागठबंधन की ओर से "अतिपिछड़ा न्याय संकल्प" की घोषणा की गई. इस कार्यक्रम में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकेश सहनी समेत कई नेता मंच पर मौजूद थे. लेकिन वहां एक चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला. राहुल गांधी ने मंच पर तेजस्वी यादव के बगल वाली कुर्सी पर खुद नहीं बैठे. बल्कि उन्होंने उस सीट पर मल्लिकार्जुन खड़गे को बैठा दिया. इसके लिए राहुल ने खुद खड़गे को उनकी पुरानी सीट से उठाकर तेजस्वी के पास बिठाया और खड़गे की जगह खुद बैठ गए.

इस पर क्या बोले जेडीयू और बीजेपी?

नीरज कुमार ने इस वीडियो को लेकर कहा कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के केस हैं और राहुल गांधी खुद भी ईडी के मामलों में फंसे हैं. दोनों को साथ बैठने में क्या दिक्कत थी? ये साफ दिखाता है कि कांग्रेस तेजस्वी को महत्व नहीं देना चाहती. उन्होंने कहा कि तेजस्वी चाहे जितनी मेहनत करें, लेकिन कांग्रेस उनकी राजनीतिक पहचान को कमज़ोर करने में लगी है. बिहार में राजद सबसे बड़ी पार्टी है. लालू जी पटना में हैं और उनके बेटे तेजस्वी को राहुल के पास बैठने नहीं दिया गया — ये बहुत बड़ा अपमान है.

बीजेपी का तंज

बीजेपी नेता नीरज कुमार ने कहा कि अब तो साफ हो गया है कि राजद और कांग्रेस के बीच भीतर ही भीतर टकराव चल रहा है. ये लोग एक-दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं. ऐसी अंदरूनी लड़ाई के साथ ये लोग बिहार में सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं, जो कभी पूरा नहीं होगा.

तेजस्वी सीएम फेस होंगे या नहीं? कांग्रेस चुप!

इस पूरी सियासत की जड़ में एक बड़ा सवाल है कि क्या तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे? राजद ने तेजस्वी को CM कैंडिडेट घोषित कर दिया है. लेकिन कांग्रेस अब तक इस पर कोई सहमति नहीं दे रही. राहुल गांधी भी इस सवाल को टालते नजर आए हैं. कहा जा रहा है कि जब अखिलेश सिंह ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार मान लिया था तो उन्हें कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया। कई अन्य नेता, जैसे पप्पू यादव और अल्लावारू रवि, भी यही कहते हैं कि बिहार की जनता तय करेगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।

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