दिल्ली-NCR में बढ़ी ठिठुरन, 15 साल का टूटा रिकॉर्ड! सीजन का सबसे ठंडा दिन दर्ज
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दिल्ली-NCR में बढ़ी ठिठुरन, 15 साल का टूटा रिकॉर्ड! सीजन का सबसे ठंडा दिन दर्ज

Delhi rain: मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के कारण दिल्ली एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश ही रही है.


Delhi Weather: दिल्ली-एनसीआर में अब कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है. आलम यह है कि लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. पूरा उत्तर भारत ठंड की जबरदस्त चपेट में है. पहाड़ों में जहां बर्फबारी हो रही है. वहीं, दिल्ली-एसीआर में बेमौसम बरसात हो रही है. शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में जमकर बरसात हुई. इससे पूरे इलाके का पारा काफी गिर गया. मौसम विभाग का कहना है कि बारिश के बाद ठंड में और इज़ाफा देखने को मिलेगा.

दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को पूरे दिन बारिश (Delhi rain) हुई और शहर में पिछले 15 वर्षों में दिसंबर में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. इस दौरान पारा तेजी से गिरकर 14.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. बता दें कि बारिश (Delhi rain) गुरुवार देर रात करीब 2.30 बजे शुरू हुई और शुक्रवार को पूरे दिन जारी रही. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 9.1 मिमी बारिश (Delhi rain) दर्ज की गई.

आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग स्थित सेंटर ने शुक्रवार को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच 30.2 मिमी अतिरिक्त बारिश दर्ज की. मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध 2009 से 2024 तक के आंकड़ों के आधार पर, दिसंबर में कुल 42.8 मिमी वर्षा हुई है. जो पिछले 15 वर्षों में इस महीने में सबसे अधिक बारिश (Delhi rain) है. इस बीच, दिसंबर में अब तक की सर्वाधिक बारिश (Delhi rain) 1884 में दर्ज की गई थी. जब शहर में 134.4 मिमी बारिश हुई थी.

शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे तक पालम सेंटर ने 31.4 मिमी, लोधी रोड में 34.2 मिमी, रिज में 33.4 मिमी, दिल्ली विश्वविद्यालय में 39 मिमी और पूसा में 35 मिमी बारिश (Delhi rain) दर्ज की. हालांकि, साल 2023 में शहर में दिसंबर की बारिश बहुत कम थी. जबकि 2022 में यह 0.0 मिमी थी. 2021 में 9.6 मिमी और 2020 में केवल 1.6 मिमी दर्ज की गई थी. 2019 में, दिल्ली में दिसंबर में 33.9 मिमी बारिश (Delhi rain) दर्ज की गई थी. जो अब पिछले 15 वर्षों में दूसरी सबसे अधिक है.

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण दिल्ली एनसीआर क्षेत्रों सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश (Delhi rain) और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं. बारिश (Delhi rain) के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव और यातायात जाम की स्थिति पैदा हो गई. दिल्ली नगर निगम के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को कुल 13 शिकायतें प्राप्त हुईं. जिनमें से नौ जलभराव और चार पेड़ गिरने की थीं. अधिकारियों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को जलभराव और पेड़ गिरने की एक कॉल मिली. नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने कहा कि शाम 7 बजे तक उन्हें जलभराव या पेड़ गिरने के बारे में कोई कॉल नहीं मिली.

बारिश की वजह से पारा भी गिरकर 9.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. जो पिछले पांच सालों में सबसे कम अधिकतम तापमान था. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के आंकड़ों से पता चला है कि 2023 में दिसंबर में दिन के तापमान में सबसे कम गिरावट 15.9 डिग्री सेल्सियस, 2022 में 15.6 डिग्री सेल्सियस, 2021 में 17.8 डिग्री सेल्सियस, 2020 में 15.2 डिग्री सेल्सियस और 2019 में 14.3 डिग्री सेल्सियस होगी.

विभाग ने बताया कि शनिवार को आसमान में सामान्यतः बादल छाए रहेंगे और रुक-रुक कर बारिश (Delhi rain) हो सकती है. इसके अतिरिक्त, सुबह से दोपहर तक एक या दो बार हल्की बारिश (Delhi rain) होने की संभावना है और बाकी दिन बादल छाए रहेंगे. सुबह के समय दक्षिण-पूर्व दिशा से हवा चलने की संभावना है, जिसकी गति 4 किमी प्रति घंटे से कम होगी. मौसम विभाग ने बताया कि सुबह के समय अधिकांश इलाकों में धुंध या हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है. जबकि कुछ जगहों पर मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है.

दोपहर के समय हवा की गति बढ़कर उत्तर-पूर्व दिशा से 8 किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, शाम और रात के समय उत्तर-पूर्व दिशा से 4 किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी. शाम और रात में धुंध या हल्का कोहरा छाने की भी संभावना है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 15 और 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को शाम चार बजे 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 353 दर्ज किया गया और 35 निगरानी स्टेशनों में से नेहरू नगर स्थित एक स्टेशन ने वायु गुणवत्ता को “गंभीर” श्रेणी में दर्ज किया. जबकि बाकी स्टेशनों ने “बहुत खराब” और “खराब” श्रेणियों में वायु गुणवत्ता दर्ज की. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.

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