
करोड़ों रूपये के घर में घुसा बरसाती पानी, महिला ने सोशल मीडिया पर बयां किया दर्द
महिला ने लिखा कि गुरुग्राम के इस इलाके में 10 करोड़ के घर हैं लेकिन बरसात के बाद जो मंज़र देखने को मिला उसने दिल तोड़ दिया. अरमानों से सजाये घर का सामान तैर रहा है.
Water Logging In Millenium City Gurugram : मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में हर बारिश के बाद जलभराव की समस्या कोई नई बात नहीं है, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर एक महिला का वायरल वीडियो शहर के ड्रेनेज सिस्टम पर गंभीर सवाल उठा रहा है। इस वीडियो में महिला ने भारी बारिश के बाद अपने घर का जो हाल दिखाया है, वह दिल दहला देने वाला है, और इस पर इंटरनेट यूजर्स जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। दरअसल महिला का घर को आम मोहल्ले में नहीं बल्कि गुरुग्रं के पॉश इलाके में स्थित है, जिसकी कीमत करोड़ो में है।
घर लौटी तो सामने था तबाही का मंजर
यह घटना हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद की है। महिला जब ऑफिस से अपने घर लौटी, तो सामने का नजारा देखकर पूरी तरह टूट गई। उसका आधा घर पानी में डूबा हुआ था, और घर का सारा सामान—जैसे सोफा, बेड, जूते या बच्चों के खिलौने—सब पानी में तैर रहा था। इस भयावह स्थिति को देखकर महिला ने तुरंत एक वीडियो बनाया और इसे इंस्टाग्राम पर एक भावुक कैप्शन के साथ पोस्ट किया, जिसमें उसने अपने दर्द बयां किया।
लाखों लोगों तक पहुंचा वीडियो, फूटा गुस्सा
यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। अब तक इसे 17 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, लगभग 30 हज़ार से ज़्यादा यूजर्स ने इसे लाइक किया है, और 800 से अधिक कमेंट्स आए हैं। वीडियो में महिला न केवल अपने घर के अंदर की स्थिति दिखाती है, बल्कि गाड़ी का गेट खोलकर बाहर सड़क पर भरे पानी का भी हाल दिखाती है, जो गुरुग्राम की बदहाल जल निकासी व्यवस्था की पोल खोलता है।
सोशल मीडिया पर सरकार और व्यवस्था पर सवाल
महिला के दर्द को देखकर सोशल मीडिया यूजर्स का गुस्सा भी फूट पड़ा है। लोगों ने गुरुग्राम की जल निकासी व्यवस्था और प्रशासनिक अक्षमता पर तीखी टिप्पणियां की हैं। एक यूजर ने लिखा, "यह वास्तव में तनावपूर्ण है, गुरुजी आपका साथ दे।" वहीं, एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, "यहां तक कि सिंधु घाटी में भी बेहतर जल निकासी व्यवस्था थी।"
कुछ यूजर्स ने गुरुग्राम में घर न लेने के अपने फैसले को सही ठहराया और द्वारका जैसे विकल्पों को बेहतर बताया। एक यूजर ने तो भारतीय व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर ही सवाल उठा दिए, "अगर किसी के पास 10 करोड़ या उससे ज्यादा है, तो उसे विदेश चले जाना चाहिए। टैक्स चुकाएं और सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन जिएं। भारत की कोई दिशा नहीं है, योजनाएं कागजी हैं, सामाजिक विभाजन है और भारी भ्रष्टाचार है। हर राजनेता एक जैसा है।"
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि कैसे मिलेनियम सिटी में हल्की सी बारिश भी जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर देती है, और प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।