
अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद गिरफ्तार
अशोक विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख और एसोसिएट प्रोफेसर हैं अली खान। भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी के चलते रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
Ashoka University Professor Arrested : अशोक विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख और एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को रविवार को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। ये गिरफ़्तारी हरियाणा पुलिस द्वारा की गयी है। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई उनकी सोशल मीडिया टिप्पणी के कारण पुलिस की ये कार्रवाई हुई हिया। उन्हें वर्तमान में हरियाणा के सोनीपत जिले के राय पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है।
क्या है मामला?
महमूदाबाद ने 8 मई को एक सोशल मीडिया पोस्ट में सीमा पार सैन्य कार्रवाई में महिला अधिकारियों — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — की मीडिया ब्रीफिंग में भागीदारी की सराहना की थी। हालांकि, उन्होंने दक्षिणपंथी समूहों पर "सुविधानुसार उत्सव मनाने" का आरोप लगाया और मोब लिंचिंग, बुलडोज़िंग, और नफरत फैलाने वाली राजनीति के शिकार लोगों की सुरक्षा की भी मांग की।
कानूनी कार्रवाई और विवाद
यह पोस्ट वायरल होते ही कई वर्गों में तीखी प्रतिक्रिया आई। हरियाणा भाजपा की युवा शाखा के महासचिव योगेश जाठेड़ी ने महमूदाबाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर शनिवार को FIR दायर हुई। FIR में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं का उल्लेख है, जिनमें सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाना, देशद्रोह के लिए उकसाना, और धार्मिक भावनाओं का अपमान शामिल हैं।
हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए 12 मई को नोटिस जारी किया। आयोग ने आरोप लगाया कि महमूदाबाद की टिप्पणी वर्दीधारी महिलाओं का अपमान करती है और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देती है। आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया के अनुसार, महमूदाबाद ने उनके समन का उत्तर नहीं दिया और बुलाये जाने के बावजूद 15 मई को उपस्थित नहीं हुए।
महमूदाबाद की प्रतिक्रिया
महमूदाबाद ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा:
“मेरे बयान न्याय और समावेशन जैसे व्यापक मुद्दों को उजागर करने के उद्देश्य से थे। मेरे किसी भी वक्तव्य में स्त्रीविरोधी बात नहीं है। मैंने कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह की सराहना की थी। लेकिन केवल प्रतीकों से बदलाव नहीं आएगा, उसके लिए प्रणालीगत सुधार भी जरूरी हैं।”
शैक्षणिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि
महमूदाबाद ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्ब्रिज, यूनिवर्सिटी ऑफ़ दमिश्क और अमेरिका के ऐमहर्स्ट कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की है। वे एक प्रतिष्ठित राजनीतिक वैज्ञानिक हैं। इसके अलावा, वे समाजवादी पार्टी से भी जुड़े हैं और पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता रह चुके हैं।
अशोक विश्वविद्यालय का बयान
विवाद के बाद अशोक विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया कि महमूदाबाद की टिप्पणियाँ उनके व्यक्तिगत विचार हैं और विश्वविद्यालय की आधिकारिक राय को नहीं दर्शातीं।