
RJD नेता मनोज झा बोले, ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ नारा अब बनी जनता की आवाज
मनोज झा ने विधानसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि महागठबंधन के दल मिलकर लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा, इस बार महागठबंधन के तमाम दलों में एक बात पर सहमति है कि साथ बैठेंगे, जीतने की क्षमता देखेंगे. कैंडिडेट कोई भी हो दल कोई भी हो महागठबंधन चुनाव लड़ेगा.
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि राहुल गांधी- तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा जहां-जहां से गुजरी है, वहां जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. उन्होंने कहा, बिहार में जो महागठबंधन का पारंपरिक वोटर नहीं है, उसे भी एहसास हो रहा है कि बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के जरिए कुछ छिपाने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे तो वहां वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लगे और अब ये नारा सड़क तक पहुंचा है. 9-10 वर्ष का बच्चा जो वोटर नहीं है वो भी वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लगा रहा है. उन्होंने कहा कि कभी इतिहास में ऐसा होता है कि कोई स्लोगन लोगों की धारणा का अभिन्न हिस्सा हो जाता है तो उसे आप लोगों की विजय मानिए.
द फेडरल देश के संवाददाता ललित राय के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में मनोज झा ने कहा कि ये सिर्फ राजद, कांग्रेस, लेफ्ट की विजय नहीं है, वीआईपी की विजय नहीं है, ये लोकतंत्र में लोगों की विजय है और उन्होंने यह तय कर लिया है कि यह परिपाटी नहीं चलेगी. चुनाव आयोग को वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन पर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, बगैर राजनीतिक दलों से बात किए चुनाव आयोग से इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग के सामने दस्तक दी. तब हमें चुनाव आयोग के हटधर्मिता का, अहंकार वाले वाले स्वरूप का एहसास हुआ.
उन्होंने कहा, फिर हमने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया इसके बाद चुनाव आयोग की हटधर्मिता जारी रही. हमने कहा कि आधार का पेनिट्रेशन सबसे ज्यादा है आयोग ने उसे खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने भी दो बार दिशा निर्देश दिए. आप मानने को तैयार नहीं थे. अब तीसरी दफा जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है वो ठीक से नहीं किया जा रहा है. 65 लाख डिलीशन का डाटा आयोग ने ही दिया है. मनोज झा ने कहा, हमने कहा वर्गीकृत डाटा दीजिए, किसके डिलीशन का आधार क्या है? फिर माननीय सर्वोच्च न्यायालय को चुनाव आयोग को दिशा निर्देश देना पड़ा.
मनोज झा ने कहा, हमारा बीएलएने जो फॉर्म सबमिट किए बीएलओ के हस्ताक्षर के साथ वो भी इलेक्शन कमीशन के डैशबोर्ड पे नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा, मतदाता एक गांव में बीएलओ से संपर्क करता है तो वो कह रहा है कि आज मुझको काम बहुत है, कल आओ. घुसपैठिए के मुद्दे पर मनोज झा ने कहा, एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिया रोहिंग्या का मामला नहीं आया है. उन्होंने कहा, लालकिले प्रधानमंत्री ने तमाम गरिमा को धाता बताते हुए घुसपैठिए की बात की. 11 वर्ष से उनकी सरकार है ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए.
मनोज झा ने बताया कैसे तेजस्वी यादव और राहुल गांधी लगातार स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन को लेकर जनता को जागरूक करते रहे. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सबूत के साथ बताया कि कैसे वोटों की चोरी की जा रही है और उसी के बाद वोटर अधिकार यात्रा निकालने के बारे में सोचा गया. उन्होंने कहा, वोट अधिकार यात्रा का दो चरण समाप्त हो चुका है. तीसरे चरण का समापन 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में होगा जब आरजेडी, कांग्रेस और सीपीआईएमएल के तीनों घटक दलों के नेता बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे.
मनोज झा ने विधानसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर कहा महागठबंधन के दल मिलकर लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा, इस बार महागठबंधन के तमाम दलों में एक बात पर सहमति है कि साथ बैठेंगे जीतने की क्षमता देखेंगे कैंडिडेट कोई भी हो दल कोई भी हो महागठबंधन चुनाव लड़ेगा. जन सुराज के प्रशांत किशोर को लेकर मनोज झा ने कहा, प्रशांत किशोर को अशोभनीय बयानबाजी करने से बचना चाहिए.