रोड रेज सिर्फ दो शब्द नहीं दुख का समंदर, मुंबई का एक परिवार यूं ही उजड़ गया
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रोड रेज सिर्फ दो शब्द नहीं दुख का समंदर, मुंबई का एक परिवार यूं ही उजड़ गया

सड़क पर चलते हुए लोग आपा खो दे रहे हैं। लोगों में धैर्य की कमी हो गई है। मुंबई के मलाड ईस्ट से ऐसा ही मामला सामने आया जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर रही है।


Road Rage: जब आप सड़क पर चलते हैं तो कई दफा लोगों से बहस हो जाती है, अगर दोनों पक्षों ने थोड़ी सी सहनशीलता दिखाई तो मामला वहीं रफा दफा। यदि दोनों पर वाद विवाद में उलझे तो उसका अंजाम खौफनाक। इस खौफनाक अंजाम में जान तक जा सकती है और यदि ऐसा हुआ तो कहा जाता है कि मामला रोड रेज का है। हैदराबाद का रहने वाला शख्स आकाश मईन12 अक्टूबर को मुंबई के मलाड ईस्ट स्थित अपने पिता के घर जाने के लिये निकलता है। लेकिन उसे क्या पता था कि वो उसकी जिंदगी का आखिरी दिन साबित होने वाला है।

ऑटो वाले से हुई थी झड़प
आकाश मईन और उसकी पत्नी मोटरसाइकिल पर सवार होकर 12 अक्टूबर को मलाड ईस्ट के लिए निकलते है। एक ऑटोरिक्शा वाला उन्हें ओवरटेक करता है, उसी दौरान आकाश और उस ऑटो ड्राइवर में कहासुनी होती है। उसी दौरान ऑटोवाला अपने कुछ दोस्तों को बुलाता है और मामला आगे बढ़ना लगता है। यह सब देख आकाश की पत्नी अपने ससुर को फोन पर पूरी वाक्या बताया। शाम करीब 5.30 बजे वह और उसकी पत्नी कार शोरूम से बाइक पर अपने माता-पिता के घर लौट रहे थे। शिवाजी चौक पर एक ऑटोरिक्शा चालक ने बाइक को ओवरटेक किया और लगभग बाइक को टक्कर मार दी। आकाश और ऑटो चालक अविनाश कदम के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

आकाश की मां दीपाली के मुताबिक उनकी बहू ने झगड़े के बारे में बताने के लिए फोन किया। दीपाली और उनके पति दत्तात्रेय उस समय दूसरे ऑटो में थे और शिवाजी चौक पहुंचे जहां झगड़ा चल रहा था। कदम(ऑटो ड्राइवर) ने फोन करके 10-15 लोगों की भीड़ इकट्ठी की थी। मेरे पति और मैंने तनाव कम करने और सभी को शांत करने की कोशिश की। आकाश अपनी बाइक पर वापस आ गया था। लेकिन भीड़ ने उसे नीचे खींच लिया। माता-पिता की मौजूदगी में आरोपियों ने आकाश पर लात-घूंसों की बरसात शुरू कर दी। आकाश के पिता बताते हैं कि जब वह जमीन पर गिर गया, तो उन्होंने खुद को मानव ढाल की तरह बेटे को कवर करने की कोशिश की। लेकिन लोगों ने मेरे बेटे और मुझे मारना जारी रखा। उनमें से कुछ ने मेरे पति के साथ मारपीट की।

नशे में थे आरोपी
कुछ आरोपी नशे में लग रहे थे और चर्चा कर रहे थे कि क्या उन्हें मेरे बेटे पर हमला करने के लिए तलवारें लानी चाहिए। आस-पास खड़े लोगों की भीड़ ने यह सब देखा और वीडियो बनाए, लेकिन कोई भी हमारी मदद के लिए आगे नहीं आया। पुलिस ने कहा कि आकाश ने जवाबी हमला किया और दो आरोपियों पर हमला किया, जो घायल हो गए। दत्तात्रेय ने पुलिस आपातकालीन नंबर 100' पर कॉल की। एक पुलिस वैन आई और कुछ हमलावरों को हिरासत में ले लिया, जबकि बाकी भाग गए।दीपाली और दत्तात्रेय ने बेहोश आकाश को बालासाहेब ठाकरे ट्रॉमा केयर अस्पताल पहुंचाया।आकाश हैदराबाद में एक टेक कंपनी में काम करता था और सात महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसके माता-पिता मलाड ईस्ट में रहते हैं। आकाश ने एक नई कार बुक की थी और दशहरा पर डिलीवरी लेना चाहता था। डिंडोशी पुलिस के मुताबिक इस केस में 9 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

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