शराब घोटाले में सीबीआई द्वारा केजरीवाल के खिलाफ दायर चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान
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शराब घोटाले में सीबीआई द्वारा केजरीवाल के खिलाफ दायर चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान

दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने अरविन्द केजरीवाल को 11 सितम्बर को पेश होने के लिए कहा है. केजरीवाल को विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया जायेगा, केजरीवाल की न्यायिक हिरासत भी 11 सितम्बर तक बढ़ा दी है.


Delhi Liquor Scam: दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाले से जुड़े CBI के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर पूरक चार्जशीट पर राउज़ ऐवन्यू कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए केजरीवाल के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है. कोर्ट ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए पेश करने का निर्देश दिया है.

इस मामले की अगली सुवाई राउज़ ऐवन्यू कोर्ट में 11 सितंबर को होगी. इसके साथ ही कोर्ट ने सीबीआई से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 11 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी है.

स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने केजरीवाल को 11 सितंबर को पेश होने के लिए समन जारी किया है. केजरीवाल आज जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए. दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने इस मामले में आज 27 अगस्त 2024 को अंतिम और चौथी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है. अपनी अंतिम चार्जशीट में सीबीआई ने 6 लोगों के खिलाफ आरोप लगाये हैं. इनमें शामिल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को सीबीआई ने इस मामले का मुखिया बताया है और दावा किया है कि अरविन्द केजरीवाल का साउथ ग्रुप से सीधा संपर्क था.

27 अगस्त को दायर की थी सीबीआई ने अंतिम पूरक चार्जशीट, ये हैं आरोप
सीबीआई ने 27 अगस्त को इस मामले की चौथी और अंतिम चार्जशीट राउज़ एवेन्यू अदालत में दायर की थी. जिन 6 लोगों को आरोपी बनाया गया, उनमें अरविन्द केजरीवाल, दुर्गेश पाठक, अमित अरोड़ा, विनोद चौहान, आशीष माथुर और शरथ रेड्डी शामिल हैं.

अरविन्द केजरीवाल के कहने पर विजय नायर ने की डील
चार्जशीत में सीबीआई ने दावा किया है कि वो अरविन्द केजरीवाल ही हैं, जिनके कहने पर विजय नायर को नियुक्त किया गया था. विजय नायर ने साउथ ग्रुप से पूरी बात की थी. ये पैसा केजरीवाल की मर्जी से खर्च किया गया है क्योंकि पूरा फंड आप के फंड में खर्च किया गया. गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ये वादा किया था कि हर चुनाव क्षेत्र के हर उम्मीदवार को 90 लाख दिए जाएंगे और 40 विधानसभाऐं हैं.

सीबीआई ने किस आरोपी के लिए किया बताया
1 दुर्गेश पाठक - सीबीआई का दावा है कि दुर्गेश पाठक को विशेष तौर पर गोवा का चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया गया था. वो दिल्ली से विधायक है. केजरीवाल के निर्देश पर दुर्गेश पाठक को गोवा भेजा गया. उसे ये दिशा निर्देश दिए गए थे कि चुनाव प्रचार में पैसा कहाँ और कैसे खर्च करना है, ये सब उसे ही देखना है. चुनाव से जुड़े सभी खर्च कैश में किए गए.

2 विनोद चौहान - सीबीआई ने दावा किया है कि विनोद चौहान के.कविता के पीए से कॉर्डिनेट कर रहा था. वो और आशीष माथुर पैसे संभाल रहे थे. किसे कितना देना है ये सब काम दुर्गेश पाठक कर रहा था. सीबीआई ने कहा कि हमारे पास इनकी सीडीआर और वात्सप चैट भी है.

3 अमित अरोड़ा - सीबीआई ने दावा किया है कि अमित अरोड़ा ने दबाव में आकर दिल्ली में महादेव शराब की दुकान को बंद कर दिया. दुकान बंद करने का कोई कारण नहीं बताया गया और इसे फिर से शुरू करने का कोई कारण नहीं बताया गया. सीबीआई का कहना है कि अमित अरोड़ा ने सरकार का माध्यम बन कर काम किया. वो अंततः लाभार्थी है.

4 सरथ रेड्डी - सीबीआई का दावा है कि साउथ ग्रुप से रिश्वत देने वालों में एक प्रमुख नाम शरथ रेड्डी है. उसने फर्जी जमीन सौदे में 14 करोड़ कमाए और पैसे के. कविता को दिए. उसने दिल्ली में 5 दुकानें खरीदीं.


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