
मनसा देवी मंदिर में भगदड़ : करंट फैलने की अफवाह बनी वजह !
प्रारंभिक जांच में भगदड़ का कारण सीढियों पर करंट फैलने की अफवाह बताया जा रहा है. हालाँकि अभी जांच जारी है, उसके बाद ही ठोस वजह पता चल पायेगी.
Mansa Devi Temple Stampede: उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भगदड़ मचने से कम से कम सात श्रद्धालुओं की जान चली गई और 28 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हुआ है कि आखिर ये भगदड़ मची कैसे? तो प्रारंभिक जांच में जो कारण सामने आया है, वो ये है कि मंदिर परिसर की ओर जा रही सीढ़ियों में करंट फैलने की अफवाह से लोगों के बीच घबराहट हुई, जिससे लोग खुद को बचाने के प्रयास में एक-दूसरे को धक्का देते हुए एक दूसरे पर गिरने लगे।
मनसा देवी मंदिर में भीड़ का आलम देख सकते हैं. ये विडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जो भगदड़ से पहले का बताया जा रहा है. The Federal Desh इस विडियो की पुष्टि नहीं करता है. #haridwar #MansaDeviTemple #MansaDevitempleStampede #uttrakhand #PushkarSinghDhami pic.twitter.com/JIzBkwWIKo
— The Federal Desh (@thefederal_desh) July 27, 2025
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) परमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि घटना सुबह करीब 9 बजे हुई, जब पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना मिली। “प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बिजली करंट की अफवाह से लोगों में दहशत फैल गई। भगदड़ के दौरान लोग सीढ़ियों पर एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे”।
घटना के तुरंत बाद पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) और अग्निशमन दल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। अब तक कुल 35 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया है। पुलिस ने कहा कि मंदिर परिसर में स्थिति अब नियंत्रण में है और फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है।
इस दुखद हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक जताया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X पर लिखा, “हरिद्वार स्थित मांसा देवी मंदिर में मची भगदड़ की अत्यंत दुःखद खबर मिली है। उत्तराखंड SDRF, स्थानीय पुलिस और अन्य राहत टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और बचाव कार्य में जुटी हैं। मैं स्वयं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।”
श्रावण मास के चलते हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मनसा देवी मंदिर और हर की पौड़ी जैसे स्थलों पर लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि मंदिर की सीढ़ियों पर कतार में खड़े लोगों ने अचानक एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
फिलहाल प्रशासन स्थिति का आकलन कर रहा है और आगे की जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।