सौरभ राजपूत हत्याकांड: जेल में आरोपियों की हुई जब टीवी के राम से मुलाकात
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सौरभ राजपूत हत्याकांड: जेल में आरोपियों की हुई जब टीवी के राम से मुलाकात

मेरठ से भाजपा सांसद व अभिनेता अरुण गोविल रविवार को जिला जेल में कैदियों को रामायण बांटने के लिए पहुंचे थे, जहाँ उनकी मुलाकात मुस्कान और साहिल से हुई।


Arun Govil Inside Meerut District Jail : मेरठ के सौरभ राजपूत की जघन्य हत्या के आरोपी मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला वर्तमान में चौधरी चरण सिंह जिला जेल में बंद हैं। लेकिन इस बीच इन दोनों के साथ वो हुआ जिसकी कभी इन दोनों ने कल्पना भी नहीं की थी। दरअसल जेल में इनकी मुलाक़ात टीवी के राम से हुई, मतलब अरुण गोविल से, जो जेल में रामायण की प्रतियां बांटने के लिए पहुंचे थे। ज्ञात रहे कि मुस्कान और साहिल पर सौरभ को नशीला पदार्थ देकर बेहोश करने, चाकू से हत्या करने, उसके शरीर के 15 टुकड़े करने, और उन्हें गीले सीमेंट से भरे ड्रम में छिपाने का आरोप है।

हत्या को अंजाम देकर हिमाचल प्रदेश चले गए थे दोनों

हैरानी की बात यह है कि अपराध को अंजाम देने के बाद, दोनों हिमाचल प्रदेश घूमने चले गए। इस दौरान वे सौरभ के फोन से उसके परिवार को संदेश भेजते रहे, ताकि यह भ्रम बना रहे कि वह जीवित है और हत्या का राज़ खुलने से बचा रहे।

18 मार्च को इस सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया, जिसके बाद अगले ही दिन 19 मार्च को मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, जहां से वे अब तक जेल में हैं। जेल अधिकारियों के मुताबिक, दोनों नशे की लत से उबरने की तकलीफ झेल रहे हैं, जिससे उन्हें बेचैनी, अनिद्रा और भूख न लगने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।



जेल में अरुण गोविल की अप्रत्याशित मुलाकात

रविवार को जेल में कैदियों को एक अप्रत्याशित मेहमान से मिलने का मौका मिला—अभिनेता से नेता बने अरुण गोविल, जिन्हें रामानंद सागर की प्रसिद्ध टीवी सीरीज़ ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है।

अब एक भाजपा नेता और मेरठ से सांसद, अरुण गोविल अपने 'घर-घर रामायण' अभियान के तहत जेल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कैदियों के बीच 1,500 रामायण की प्रतियां वितरित कीं। कैदियों ने "जय श्री राम" के नारों के साथ उनका स्वागत किया।

अरुण गोविल का लक्ष्य देशभर में 11 लाख रामायण की प्रतियां वितरित करना है। 45 दिन पहले हापुड़ से शुरू हुई इस पहल के तहत अब तक 11,000 से अधिक प्रतियां बांटी जा चुकी हैं।

हालांकि, अरुण गोविल ने कैदियों से व्यक्तिगत रूप से कोई बातचीत नहीं की, लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि मुस्कान और साहिल उनसे मिलकर भावुक हो गए।

उन्होंने कहा—
"कैदियों ने रामायण के प्रति गहरी श्रद्धा दिखाई। यदि इसके कुछ अंश भी हमारे जीवन में अपनाए जाएं, तो समाज में सकारात्मकता फैल सकती है। केवल रामायण वितरित करना ही पर्याप्त नहीं है, हमें इसकी शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन में लागू करना चाहिए। अगर हम इसके 10% मूल्यों को भी अपना लें, तो समाज में बदलाव निश्चित है।"

विश्वासघात और हत्या: एक खौफनाक साजिश

2016 में मुस्कान और सौरभ ने परिवार की इच्छा के खिलाफ शादी की थी। उनकी छह साल की एक बेटी भी थी। लेकिन इस बीच मुस्कान का साहिल के साथ विवाहेतर संबंध था, और दोनों ने मिलकर सौरभ को रास्ते से हटाने की साजिश रची।

जांच के अनुसार, मुस्कान और साहिल ने पहले सौरभ को नशीला पदार्थ दिया, फिर चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, उन्होंने शरीर के टुकड़े किए और उन्हें सीमेंट से भरे ड्रम में बंद कर दिया।

हत्या को छुपाने के लिए, वे सौरभ के फोन से उसके परिवार को मैसेज भेजते रहे, जिससे यह लगे कि वह अभी भी जिंदा है। लेकिन 18 मार्च को सच सामने आ गया, और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।


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