पवार-राउत के बयान से सियासत में हड़कंप! क्या पार्टियों ने MVA से पकड़ ली अलग राह
Maharashtra municipal election: महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों को लेकर एनसीपी (SP) और शिवसेना (UBT) ने अकेले लड़ने का फैसला किया है.
Maha Vikas Aghadi: इंडिया गठबंधन में दरारों की अटकलों के बीच महाराष्ट्र से भी विपक्षी दलों के लिए अच्छी खबर सामने नहीं आ रही है. महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) के बैनर तले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ी क्षेत्रीय पार्टियां अब 'एकला चलो रे' के नारे पर निकल पड़ी हैं. महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों को लेकर एनसीपी (SP) और शिवसेना (UBT) ने अकेले लड़ने का फैसला किया है. हालांकि, अभी यह महज बयानबाजी है और अभी इसमें मुहर लगनी बाकी है. लेकिन अगर एमवीए के सभी दल एक-दूसरे के खिलाफ निकाय चुनाव लड़ती हैं तो फिर क्या माना जाए कि विपक्षी गठबंधन टूट की कगार पर है?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता शरद पवार ने मंगलवार को यह बयान देकर सनसनी मचा दी कि इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय चुनाव के लिए बनी थी. इसको लेकर राज्य या स्थानीय चुनावों के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है. बता दें कि पवार का यह बयान शिवसेना (UBT) द्वारा मुंबई नगर निगम चुनाव अकेले लड़ने के फैसले की घोषणा के कुछ दिनों बाद आया है. हालांकि, पवार के इस बयान ने महाराष्ट्र के सियासी हलको में हलचल मचा दी है.
पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संवाददाताओं से कहा कि इंडिया गठबंधन में राज्य और स्थानीय चुनावों पर कभी कोई चर्चा नहीं हुई है. इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर के चुनावों पर केंद्रित है. उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब आगामी नगरपालिका चुनावों से पहले महाराष्ट्र में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है. पवार ने खुलासा किया कि एनसीपी और उसके सहयोगी अगले 8-10 दिनों में यह तय करने के लिए चर्चा करेंगे कि चुनाव संयुक्त रूप से लड़ें या अलग-अलग.
शिवसेना का साहसिक कदम
नगरपालिका चुनावों में अकेले उतरना पवार की टिप्पणियों का समय शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत की एक नाटकीय घोषणा के साथ मेल खाता है, जिन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी मुंबई और नागपुर में स्वतंत्र रूप से नगरपालिका चुनाव लड़ेगी. राउत ने कहा था कि हम मुंबई और नागपुर नगर निगम अपने दम पर लड़ेंगे, जो भी होगा, हमें खुद देखना होगा. राउत ने आगे कहा था कि इस कदम का मकसद स्थानीय स्तर पर पार्टी को मजबूत करना है.
राउत की टिप्पणियों ने INDIA गठबंधन में आंतरिक तनाव को भी उजागर किया, जिसमें शिवसेना (UBT) ने पहले कांग्रेस से अगली गठबंधन बैठक बुलाने का नेतृत्व करने का आह्वान किया था, ऐसा कुछ जो 2024 के चुनावों के बाद से अभी तक नहीं हुआ है.
पवार का केजरीवाल को समर्थन
गठबंधन के भीतर बढ़ती चुनौतियों के बीच शरद पवार ने 5 फरवरी को होने वाले महत्वपूर्ण दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया. पवार ने राजधानी में आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ संभावित सहयोग का संकेत देते हुए कहा कि मेरी भावना है कि हमें दिल्ली विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए. चुनाव 5 फरवरी को एक चरण में होंगे, जिसके परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.
भाजपा का हमला
महाराष्ट्र में चल रहा राजनीतिक नाटक वीकेंड में एक नए स्तर पर पहुंच गया, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला किया. शाह ने दोनों नेताओं पर "पीठ में छुरा घोंपने" की राजनीति करने का आरोप लगाया कि पवार की "दगा-फटकार" की रणनीति 1978 से ही चल रही है. शिरडी में भाजपा के राज्य सम्मेलन में अपने संबोधन में शाह ने महाराष्ट्र में 'महायुति' गठबंधन की निर्णायक जीत की प्रशंसा की और दावा किया कि राज्य के लोगों ने विश्वासघात की राजनीति को समाप्त कर दिया है.
उन्होंने एकनाथ शिंदे के गुट को "असली शिवसेना" और अजित पवार के खेमे को "असली एनसीपी" के रूप में समर्थन दिया. शाह ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने धोखे और विश्वासघात की राजनीति शुरू करने वाले शरद पवार और उद्धव ठाकरे को घर में रखने का काम किया है. इससे पहले से ही गर्म राजनीतिक माहौल में और तनाव बढ़ गया.
भविष्य
कई राज्यों में नगर निगम और विधानसभा चुनावों के लिए मंच तैयार है. इसलिए महाराष्ट्र और दिल्ली में राजनीतिक समीकरण गहन जांच के दायरे में हैं. जबकि INDIA गठबंधन आंतरिक विवादों से जूझ रहा है, शिवसेना और NCP नेताओं की कार्रवाइयों का आगामी चुनावी लड़ाइयों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा, जिसमें गठबंधन और प्रतिद्वंद्विता केंद्र में होगी. महाराष्ट्र में नगर निगम चुनाव बस आने ही वाले हैं और दिल्ली विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में जाहिर है कि आने वाले दिनों में लिए जाने वाले फैसले दोनों राज्यों और देश के राजनीतिक परिदृश्य को नया रूप देंगे.