
तेजस्वी की 'बिहार अधिकार यात्रा' में मोदी की मां का अपमान? फिर भड़की सियासत
बिहार में चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है और व्यक्तिगत हमलों से लेकर तकनीक (AI) के इस्तेमाल तक हर मोर्चे पर सियासी जंग तेज हो गई है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इन विवादों पर किसे सही मानती है और किसे जवाब देती है।
बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। यह विवाद तेजस्वी यादव की हाल ही में हुई ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के दौरान सामने आया है। बीजेपी के आरोपों के मुताबिक, यात्रा के दौरान आरजेडी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की दिवंगत मां को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और तेजस्वी यादव न सिर्फ मौन रहे, बल्कि इस व्यवहार को प्रोत्साहित करते नजर आए।
सम्राट चौधरी का हमला
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा कि तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से मोदी जी की दिवंगत माता जी का अपमान किया है। उन्होंने बिहार की संस्कृति को फिर से तार-तार कर दिया है। आरजेडी के कार्यकर्ता जितनी गालियां दे सकते थे, दे रहे थे और तेजस्वी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे थे। बिहार की माताएं और बहनें इस गुंडागर्दी और अपशब्दों के लिए उन्हें ज़रूर जवाब देंगी।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी की बिहार इकाई ने भी इस मुद्दे पर तीखा रुख अपनाते हुए कहा कि आरजेडी-कांग्रेस का एक ही एजेंडा है – माताओं-बहनों को गाली देना। इनकी बौखलाहट चरम पर पहुंच चुकी है। बिहार की जनता इन्हें लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।
विजय कुमार सिन्हा का बयान
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी X पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव की यात्रा के दौरान फिर से प्रधानमंत्री मोदी जी की दिवंगत माता जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की गईं और आरजेडी नेता अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते नज़र आए। यह बेहद चौंकाने वाला है और उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
आरजेडी का जवाब
इस बीच आरजेडी ने इन आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है। पार्टी ने कहा कि यह वीडियो एडिट कर के पार्टी को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। महुआ से आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि तेजस्वी यादव ने जो भाषण दिया वो सार्वजनिक है और फेसबुक पर पूरा वीडियो मौजूद है। उसमें कहीं भी कोई अपशब्द नहीं है। बीजेपी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें तेजस्वी यादव की आवाज तक नहीं है। ये पूरी तरह से एक षड्यंत्र है।
बिहार अधिकार यात्रा
तेजस्वी यादव ने आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए 16 सितंबर को जहानाबाद से 'बिहार अधिकार यात्रा' की शुरुआत की थी। इस यात्रा में उन्होंने नालंदा (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला) और बेगूसराय (भाजपा नेता गिरिराज सिंह का क्षेत्र) जैसे एनडीए के गढ़ों को कवर किया। यात्रा का पहला चरण 20 सितंबर को वैशाली में समाप्त हुआ।
पहले भी उठा था विवाद
इससे पहले, इसी तरह का विवाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान दरभंगा में भी उठा था, जब मंच से कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई थी। उस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि मुझे गाली दी, चलिए, लेकिन मेरी मां को गाली दी गई? मैं तो माफ कर दूं, लेकिन बिहार की धरती मां का अपमान कभी नहीं सहती।
कांग्रेस पर भी सवाल
इस विवाद के कुछ ही दिन बाद कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक AI जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को उनकी दिवंगत मां के सपने में दिखाया गया, जो उनसे राजनीति को लेकर सवाल कर रही हैं। इस वीडियो की कड़ी निंदा करते हुए बीजेपी ने इसे "शर्मनाक और घटिया हरकत" बताया और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। बाद में पटना हाई कोर्ट में इस वीडियो को लेकर याचिका दायर की गई, जिसके बाद कोर्ट ने कांग्रेस को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से यह वीडियो हटाने का आदेश दिया।