सामने आई राहुल गाँधी की H files वाली ये कौन है मिस्ट्री गर्ल
x

सामने आई राहुल गाँधी की H files वाली 'ये कौन है' मिस्ट्री गर्ल

ब्राज़ील की लारिसा नाम की एक महिला सामने आई है, जिसने दावा किया है कि राहुल गाँधी ने जो तस्वीर दिखाई वो उनकी है. लारिसा ने कहा कि वो मॉडल नहीं है. ये तस्वीर कम से कम 8 से 10 साल पुरानी है.


Rahul Gandhi's H Files : राहुल गांधी के हरियाणा विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटर सूची को लेकर लगाए गए ताज़ा आरोपों के बाद जिस ‘ब्राज़ीलियन मॉडल’ की तस्वीर वायरल हो रही है, वो असल में एक हेयरड्रेसर निकली हैं। इस महिला ने आठ साल पहले यह फोटो खिंचवाई थी, बिना यह जाने कि एक दिन यह तस्वीर पूरी दुनिया घूमकर भारत में राजनीतिक विवाद का केंद्र बन जाएगी।

अब इस महिला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। महिला का नाम लारिसा नेरी (Larissa Nery) है। वीडियो में वह कहती हैं कि राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई गई तस्वीर बहुत पुरानी है, जो तब ली गई थी जब वह करीब 20 साल की थीं।
“दोस्तों, वो मेरी पुरानी फोटो इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं तब करीब 18 या 20 साल की थी। मुझे नहीं पता ये चुनाव की बात है या वोटिंग की, और वो भी भारत में! ओह भगवान! वो मुझे भारतीय बताकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। ये क्या पागलपन है! हम किस दुनिया में जी रहे हैं?” — लारिसा नेरी





लारिसा नेरी ने आगे बताया कि तस्वीर वायरल होने के बाद मीडिया उनसे संपर्क करने लगी है। एक रिपोर्टर ने मुझसे सैलून और मेरे काम के बारे में पूछने के लिए कॉल किया। उसने मुझे इंस्टाग्राम पर ढूंढ लिया, वहीं कॉल किया। अब मेरा एक दोस्त, जो दूसरी सिटी में रहता है, उसने मुझे वही फोटो भेजी; यकीन नहीं होता!
अपने नवीनतम इंस्टाग्राम स्टेटस में उन्होंने मज़ाकिया अंदाज़ में लिखा कि वाह, कमाल है! मैं अब भारत में ‘रहस्यमयी ब्राज़ीलियन मॉडल’ के रूप में मशहूर हो गई हूँ!

क्या है तस्वीर की असली कहानी

यह फोटो “woman wearing blue denim jacket” (नीली डेनिम जैकेट पहनी महिला) शीर्षक से अनस्प्लैश और पिक्सेल्स जैसी स्टॉक वेबसाइट्स पर मुफ्त डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। तस्वीर के फोटोग्राफर का नाम मैथियस फेरो (Matheus Ferrero) है, जो ब्राज़ील के शहर बेलो होरिज़ोन्ते (Belo Horizonte) में रहते हैं। यह फोटो अब तक चार लाख से अधिक बार डाउनलोड की जा चुकी है।
ब्राज़ील की न्यूज़ एजेंसी Aos Fatos से बात करते हुए लारिसा ने बताया कि वह पेशे से मॉडल नहीं हैं। मैंने यह तस्वीर सिर्फ एक दोस्त की मदद के लिए खिंचवाई थी। फोटोग्राफर मैथियस ने मुझसे पूछा कि क्या वो इसे ऑनलाइन डाल सकते हैं, और मैंने हाँ कह दिया। तब से यह फोटो हज़ारों वेबसाइटों पर ‘प्रतीकात्मक तस्वीर’ के रूप में इस्तेमाल होती रही है।
फोटोग्राफर मैथियस फेरो ने बताया कि तस्वीर वायरल होने के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर भारी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। लारिसा ने ये भी कहा कि लोगों ने मेरा इंस्टाग्राम अकाउंट हैक कर लिया। कई अजीब लोग अलग-अलग बातें कर रहे थे। शायद उन्हें समझ नहीं आया कि यह एक फ्री-स्टॉक प्लेटफ़ॉर्म से डाउनलोड की गई फोटो है।

राहुल गांधी का आरोप : एक महिला ने हरियाणा में 22 बार वोट डाला

लारिसा की तस्वीर उस समय वायरल हुई जब राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हरियाणा की राय विधानसभा सीट की मतदाता सूची में एक ही महिला की फोटो 22 बार दिखाई देती है, लेकिन अलग-अलग नामों से।
किसी ने जब उनसे पूछा कि वह महिला हरियाणा की नहीं लगती, तो राहुल गांधी ने जवाब दिया कि लेकिन वो हरियाणा में 22 बार वोट डालती है, 10 अलग-अलग बूथों पर, और उसके नाम हैं सीमा, स्वीटी, सरस्वती, रश्मि, विमला। ये सब सेंट्रल लेवल पर किया गया है, बूथ लेवल पर नहीं। कोई इसे सेंट्रल सिस्टम से फीड कर रहा है।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के पास ऐसी डुप्लिकेट प्रविष्टियाँ हटाने की तकनीक है, लेकिन वह जानबूझकर ऐसा नहीं कर रहा। राहुल गाँधी ने ये भी कहा कि हमारे पास सौ प्रतिशत सबूत हैं। यह योजना कांग्रेस की बड़ी जीत को हार में बदलने के लिए रची गई थी।

चुनाव आयोग और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया

चुनाव आयोग के सूत्रों ने सवाल उठाया कि कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान वाले दिन क्या कर रहे थे ? अगर कोई मतदाता पहले ही वोट दे चुका हो या पहचान संदिग्ध लगे, तो एजेंट को आपत्ति करनी चाहिए थी।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने ये भी पूछा कि क्या राहुल गांधी मतदाता सूची से डुप्लिकेट नाम हटाने और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम काटने की ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन’ प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी “फर्जी मुद्दे” उठा रहे हैं। जब बिहार में मतदान होने जा रहा है, वो हरियाणा की कहानियाँ सुना रहे हैं। बिहार में अब कुछ नहीं बचा, तो ध्यान हरियाणा पर ले गए।
रिजिजू ने ये भी कहा कि वे कहते हैं कि एग्ज़िट पोल और ओपिनियन पोल में जीत रहे थे, लेकिन असली नतीजों में अंतर आ गया। ऐसा तो हमेशा होता है। हमने कभी चुनाव आयोग पर आरोप नहीं लगाया।






Read More
Next Story