टोंक के नवाब ने दी थी जमीन, यूपी के 115 साल पुराने कॉलेज पर वक्फ का दावा
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'टोंक के नवाब ने दी थी जमीन', यूपी के 115 साल पुराने कॉलेज पर वक्फ का दावा

वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज की संपत्ति पर अब वक्फ बोर्ड ने दावा किया है। वक्फ का दावा है कि कॉलेज की जमीन को टोंक के नवाब ने दान में दिया था।


Uday Pratap College Varanasi: वक्फ बोर्ड इस समय दो वजहों से चर्चा में है। पहला तो ये कि वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक 2024 पर जेपीसी में चर्चा चल रही है। दूसरी तरफ वक्फ बोर्ड में लोग शिकायत करते हैं कि मनमाने तरीके से बोर्ड किसी की भी संपत्ति पर अपना दावा पेश कर रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी से जुड़ा है। वाराणसी का जिक्र होते ही बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ जेहन में आता है। लेकिन उदय प्रताप कॉलेज की अपनी साख है। लेकिन इस समय करीब 115 साल पुराना यह कॉलेज चर्चा में है। चर्चा में इसलिए कि वक्फ बोर्ड ने इस पर अपना दावा ठोंका है।

100 एकड़ में बना है यूपी कॉलेज

डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, 6 दिसंबर, 2018 को लिखे पत्र में, वक्फ बोर्ड ने उदय प्रताप कॉलेज के अधिकारियों को सूचित किया कि लगभग 100 एकड़ भूमि जिस पर संस्थान स्थित है, वह वक्फ की संपत्ति है क्योंकि यह वर्तमान में कॉलेज परिसर में स्थित एक मस्जिद से जुड़ी हुई है। तत्कालीन वक्फ बोर्ड के सहायक सचिव आले अतीक द्वारा लिखे गए पत्र में दावा किया गया था कि मस्जिद - जिसे छोटी मस्जिद के नाम से जाना जाता है - और इसके आसपास की जमीन 1857 में टोंक के तत्कालीन नवाब द्वारा वक्फ बोर्ड को दान की गई थी।

पत्र में कॉलेज प्रबंधन से 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया था, अन्यथा भूमि को वक्फ बोर्ड की संपत्ति के रूप में पंजीकृत कर दिया जाएगा। हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने तब वक्फ बोर्ड द्वारा किए गए दावों का खंडन करते हुए कहा था कि संस्था की स्थापना 1909 में चैरिटेबल एंडोमेंट एक्ट के तहत की गई थी। बोर्ड ने कथित तौर पर इसके बाद कॉलेज को कोई संदेश नहीं भेजा। हालांकि 2022 में वक्फ बोर्ड द्वारा छोटी मस्जिद में निर्माण कार्य करने की कथित कोशिश के बाद विवाद खड़ा हो गया। कॉलेज अधिकारियों द्वारा मामले में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया।

परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पहले मस्जिद में कम संख्या में लोग नमाज अदा करते थे, लेकिन शुक्रवार (29 नवंबर) को वक्फ बोर्ड का पत्र वायरल होने के बाद संख्या बढ़ गई, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने कॉलेज परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी।इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कॉलेज का दौरा किया और कहा कि इसे जल्द ही विश्वविद्यालय में अपग्रेड किया जाएगा।

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