यूपी में बिजली की कटौती से हाहाकार, अधिकारी बेलगाम और मंत्री जी लाचार
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अरविंद कुमार शर्मा उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हैं।

यूपी में बिजली की कटौती से हाहाकार, अधिकारी बेलगाम और मंत्री जी लाचार

यूपी में बिजली की कटौती से आम जनता परेशान है। ऊर्जा मंत्री अधिकारियों को सख्त चेतावनी भी दे चुके हैं। लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।


Uttar Pradesh Electricity Crisis: वैसे तो यूपी के सभी हिस्सों में बिजली कटौती हो रही है। सीधे शब्दों में समझें तो बिजली की कमी से लोग जूझ रहे हैं। सूबे के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को तीन साल पहले तक सब कुछ सही नजर आ रहा था। लेकिन मुरादाबाद के एक कार्यक्रम में जब 10 मिनट तक बिजली कटी रही तो उन्हें जमीनी हकीकत समझ में आई। लापरवाही के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। लेकिन मामला उन्हें गंभीर नजर आया। सूबे की राजधानी लखनऊ में बिजली विभाग के आला अधिकारियों की बैठक ली। खूब खरी खोटी सुनाई। इसके साथ ही अपने गृह जिले मऊ में लोगों से कहा कि अगर कोई समस्या हो तो अधिकारियों-कर्मचारियों से शालीनता से शिकायत करें और उन्हें भी जानकारी दें।

ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा ने मऊ में कहा कि कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को लगता है कि उनका कुछ नहीं हो सकता। लेकिन गलतफहमी मे ना रहें। रामायण के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को चेताया। अब उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एत ऑडियो जारी किया है जिसमें एक उपभोक्ता बिजली विभाग के एक अधिकारी से शिकायत कर रहा है।

मंत्री जी का ट्वीट

कई बार सांसद रह चुके एक वरिष्ठ राजनेता ने अभी-अभी अपने क्षेत्र से एक पढ़े-लिखे नागरिक की बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुई बातचीत का ऑडियों निम्नांकित लिखकर मुझे कार्यवाही करने के लिए भेजा है।यही बात मैंने तीन दिन पहले UPPCL के चेयरमैन, MD और अन्य अधिकारियों को कहा था।

कड़े शब्दों में यह भी कहा था कि 1912 की टोल फ्री व्यवस्था या अन्य टेक्नोलॉजी आधारित व्यवस्था मानवीय व्यवस्था की पूरक हो सकती है; विकल्प नहीं।मैंने कहा था कि ऐसे कई ग़लत, असामयिक और अव्यवहारिक निर्देशों के कारण जनता को परेशानी हो रही है। अधिकारी फ़ोन उठाना बिल्कुल ही बंद कर दिए हैं। तितलौकी थी ही, अब नीम पर चढ़ गई। और अनेक ऐसे ग़लत निर्णय हमारे बार-बार लिखित/ मौखिक रूप से मना करने के बावजूद हुए हैं।

सबने मीटिंग में मुझसे असत्य बोला कि 1912 पर ही शिकायत करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है।मुझे उनकी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ।मैंने कई बार पूछा। हर बार वही असत्य सुनने को मिला। वास्तविकता आप स्वयं सुनिए… बिजली के अधिकारियों, कर्मचारियों को एक बार पुनः कह रहा हूँ कि जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें। उनसे त्वरित और उचित भाषा में संवाद करें और समस्या का निराकरण करें। अन्यथा परिणाम भयंकर होंगे।

माननीय मंत्री जी, बस्ती शहर के एक बड़े मुहल्ले में सुबह 10 बजे से लाइट नहीं है. रात्रि 8 बजे तक बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के फोन ना उठाने पर अधीक्षण अभियंता बस्ती को काल करने पर उन्होंने जिस तरीके से बात की उसको सुनकर आप स्वयं जान जाएंगे कि public grievance के प्रति ये कितने संवेदनहीन हैं तथा इनके अपने संबंधों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार की छवि जानबूझ कर खराब करने में लगे हुए है।


अधिकारी के खिलाफ हुई कार्रवाई

ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने एक्स पर ट्वीट किया, उपभोक्ता देवो भव: बिजली उपभोक्ता की शिकायत के प्रति असंवेदनशीलता एवं अमर्यादित व्यवहार की घटना पर बस्ती के SE श्री प्रशांत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है lअन्य समस्त विद्युत अधिकारियों एवं कर्मियों को उपभोक्ता समस्याओं के प्रभावी एवं त्वरित समाधान हेतु पुनः निर्देशित किया गया है।सभी लोग जनसेवा में तत्पर रहें।

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