संभल हिंसा पर सियासत शुरू, राहुल गांधी ने कहा- UP सरकार...
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान हुई हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है.
Sambhal violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान हुई हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा मामले में चार एफआईआर दर्ज की गई है और 25 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिंसा के दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, अब इसमें सियासत भी शुरू हो गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा के नेतृत्व वाली यूपी सरकार पर निशाना साधा और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसक झड़पों के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया. इसके साथ ही पार्टी पर समुदायों के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लोकसभा में विपक्ष के नेता ने दावा किया कि प्रशासन की गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई ने जिले में स्थिति को और खराब कर दिया. राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुए विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपातपूर्ण और जल्दबाजी वाला रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हिंसा और गोलीबारी में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.
उन्होंने कहा कि सभी पक्षों की बात सुने बिना प्रशासन की असंवेदनशील कार्रवाई ने स्थिति को और बिगाड़ दिया और कई लोगों की जान चली गई. जिसके लिए सीधे तौर पर भाजपा सरकार जिम्मेदार है. कांग्रेस नेता ने न्याय सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है. भाजपा द्वारा हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए सत्ता का इस्तेमाल न तो राज्य के हित में है और न ही देश के हित में है.
उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करने और न्याय प्रदान करने का अनुरोध करता हूं. मेरी अपील शांति और आपसी सद्भाव बनाए रखने की है. हम सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आना होगा कि भारत सांप्रदायिकता और नफरत के बजाय एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े.
बता दें कि हाल की टिप्पणी रविवार को संभल में हुई हिंसक झड़पों के मद्देनजर आई है. जब जामा मस्जिद सर्वेक्षण का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई थी. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए. क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज किया.