
2027 वाली फीलिंग 2025 में, योगी सरकार ने बजट में की तोहफों की बारिश
योगी आदित्यनाथ सरकार ने 20 फरवरी को 8 लाख करोड़ से अधिक का बजट पेश किया। इस बजट पर बीजेपी अपनी पीठ थपथपा रही है वहीं समाजवादी पार्टी ने इसे बड़ा घोटाला बताया है।
UP Budget 2025: वैसे तो यूपी में अगला विधानसभा चुनाव 2027 में है। लेकिन 2025 के बजट में योगी सरकार ने यूपी वालों की बल्ले बल्ले करा दी। एक तरह से खजाना खोल दिया। 20 फरवरी योगी सरकार के 9वें बजट को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया। यह बजट 8 लाख करोड़ से अधिक का है। खास बात यह है कि तोहफों की बारिश हुई है। मसलन चार एक्सप्रेसवे, स्कूटी और 2 फ्री सिलेंडर का ऐलान किया गया है। अपनी खास चर्चा में हम सझने की कोशिश करेंगे कि इस बजट के मायने क्या हैं।
58 नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी बनाने का ऐलान
उज्जवला योजना में 2 मुफ्त सिलेंडर मिलेगा
अयोध्या में सोलर सिटी बनेगी।
8 डेटा सेंटर पार्क तैयार होगा।
लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन भी राजस्वकर्मियों को भी मिलेगा।
बजट में इसके लिए 24 करोड़ रुपये की व्यवस्था।
स्वास्थ्य और आरोग्य के लिए 50 हजार 550 करोड़ 41 लाख का बजट
विपक्ष की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगले साल वह यानी योगी आदित्यनाथ अखिरी बजट पेश करेंगे। फिर नई सरकार आएगी। यूपी में छुट्टा जानवर तभी हटेंगे जब भाजपा सरकार हटेगी। उन्होंने कहा कि बजट खोखला। सीएम योगी और वित्त मंत्री का झोला खाली है। वेबसाइट में इंवेस्टमेंट की बात ही नहीं है। लेकिन भाषा सुनकर कोई भी नहीं आने वाला है। कतर वाले भी वापस चले गए होंगे। एचसीएल में 15 हजार से अधिक लोग काम कर रहे हैं। जब एचसीएल आना था उनकी कुछ शर्तें थी जिसे माना गया। इससे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट 15 हजार से अधिक नौकरियां आईं।उनके चाचा शिवपाल यादव ने तो बजट को बिग स्कैम करार दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि हकीकत में दोनों इंजन टकरा रहे हैं। दोनों डिब्बे भी टकरा रहे हैं। यह सरकार निवेश चाहती है तो मुसलमानों के प्रति सोच बदलनी होगी। हमारी सरकारों को ये कोशिश करनी चाहिए कि कतर का फंड हमारे यहां आए। दिल्ली वाले यानी मोदी सरकार प्रोटोकॉल तोड़ गले मिलने गए थे।