
वक्फ संशोधन बिल पर नीतीश को डबल झटका, 2 नेताओं ने छोड़ी JDU
वक्फ संसोधन बिल में सरकार का साथ देने को लेकर नीतीश कुमार की पार्टी के भीतर बवाल मच गया है। दो मुस्लिम नेताओं ने जेडीयू से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
वक्फ संसोधन बिल की तपिश नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के भीतर महसूस की जाने लगी है। जेडीयू को डबल झटका लगा है। नीतीश की पार्टी के दो मुस्लिम नेताओं शहनवाज मलिक और कासिम अंसारी ने पार्टी से इस्तीफा देने का एलान किया है।
कौन हैं शहनवाज़ मलिक?
शहनवाज़ मलिक जमुई जिले के जेडीयू जिलाध्यक्ष थे और साथ ही अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा सौंपा है।
इसके साथ ही उन्होंने जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ अंसारी को भी इसकी सूचना दी है।
कासिम अंसारी कौन हैं?
शहनवाज मलिक के अलावा जो दूसरे इस्तीफा देने वाले नेता हैं, उनका नाम मोहम्मद कासिम अंसारी है। कासिम अंसारी ने खुद को पूर्वी चंपारण के जेडीयू चिकित्सा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बताया है।
इस्तीफे की मुख्य वजह क्या है?
शहनवाज मलिक ने अपने इस्तीफे में वक्फ संशोधन बिल के समर्थन को मुख्य कारण बताया है। उनका कहना है कि इस बिल के समर्थन से पार्टी ने अल्पसंख्यकों का भरोसा तोड़ा है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है: "हम जैसे लाखों-करोड़ों भारतीय मुसलमानों का अटूट विश्वास था कि आप विशुद्ध रूप से सेक्युलर विचारधारा के ध्वजवाहक हैं, लेकिन अब यह यकीन टूट गया है।" यह वही बात है जो कासिम अंसारी ने भी अपने इस्तीफे में कही थी।
‘अब जेडीयू और नीतीश कुमार दोनों को अलविदा’
शहनवाज़ मलिक ने तीखे शब्दों में कहा: "वक्फ पर पार्टी का समर्थन बेहद अफसोसजनक है। ललन सिंह के तेवर ने हमें और आहत किया है। हमने बहुत उम्मीद की थी, लेकिन अब दिल टूट चुका है। मैं जेडीयू और नीतीश कुमार दोनों को अलविदा कहता हूं।"
MLC गौस पर नजर
अब सबकी नजर इस पर है कि जेडीयू के एमएलसी गुलाम गौस क्या रुख अपनाते हैं। वो संसद में वक्फ संशोधन बिल पेश किए जाने से पहले ईद के दिन अप्रत्याशित तरीके से पटना में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने उनके घर पहुंच गए थे।
गौस और लालू की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई थी। तभी माना जा रहा था कि वक्फ बिल पर नीतीश कुमार के स्टैंड की वजह से जेडीयू के भीतर मुस्लिम नेताओं में बेचैनी है।