डोडा के जंगल में छिपे हथियार बरामद, सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी
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डोडा के जंगल में छिपे हथियार बरामद, सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी

एसओजी ने खुफिया इनपुट पर बहलारा फॉरेस्ट में सर्च ऑपरेशन चलाकर SLR राइफल, मैगज़ीन और जिंदा कारतूस बरामद किए; जेईआई से जुड़े नेटवर्क पर भी निगरानी तेज


Search Operation In Doda, J&K : जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने रविवार को डोडा जिले में एक समन्वित सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़ी सफलता हासिल की। यह अभियान थाथरी थाना क्षेत्र के बिहलारा फॉरेस्ट में चलाया गया, जिसकी निगरानी SSP डोडा संदीप मेहता कर रहे थे।

खुफिया सूचना के आधार पर एसओजी टीम जंगल में पहुंची और तलाशी के दौरान एक SLR राइफल, दो मैगज़ीन और 22 जिंदा कारतूस बरामद किए। पुलिस के मुताबिक, इन हथियारों की बरामदगी से क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी तथा इनके गैर-कानूनी या असामाजिक तत्वों के हाथों में जाने की संभावना भी समाप्त हो गई है।


हथियार कहां से आए, किसने छिपाए - जांच जारी

पुलिस ने बताया कि बरामद हथियारों के स्रोत का पता लगाने और उन्हें जंगल में छिपाने वाले व्यक्तियों या नेटवर्क की पहचान के लिए जांच तेज कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां इसे बड़ी उपलब्धि मान रही हैं, क्योंकि इससे डोडा जिले में शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी।


शोपियां में भी चालू महीने में हुई थी बड़ी रेड

इससे पहले नवंबर में शोपियां पुलिस ने भी कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी। यह खोज अभियान बैन संगठन जमात-ए-इस्लामी (JeI) से जुड़े व्यक्तियों और ठिकानों पर केंद्रित था। JeI को UAPA के तहत प्रतिबंधित किया गया है और इसका प्रतिबंध फरवरी 2024 में पांच साल के लिए बढ़ाया गया।

जमात-ए-इस्लामी की स्थापना 1941 में अबुल आला मौदूदी ने की थी, और 1947 के बंटवारे के बाद यह भारत, पाकिस्तान और अन्य हिस्सों में अलग-अलग संगठनों में बंट गया। भारत में इसकी गतिविधियाँ वर्षों से जांच के दायरे में रही हैं और सुरक्षा एजेंसियां इसे उग्रवाद समर्थक नेटवर्क से जोड़ती रही हैं।


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