
व्योमिका सिंह पर जातिवादी बोल, रामगोपाल यादव को योगी-मायावती ने लताड़ा
कर्नल सोफिया कुरैशी के बाद विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी निशाने पर आ गईं। समाजवादी नेता रामगोपाल यादव ने टिप्पणी की थी। उनके बयान की अब चौतरफा आलोचना हो रही है।
Ram Gopal Yadav Comment on Vyomika Singh: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने देखा होगा कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जानकारी देती थीं। लेकिन सियासी हमलों से बच नहीं पाए। एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी की तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और अखिलेश यादव के चाचा प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने विंग कमांडर पर व्योमिका सिंह पर जातिगत टिप्पणी की। उनकी टिप्पणी के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने निशाना साधा।
माजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रामगोपाल यादव ने एक बार फिर राजनीति में विवाद की चिंगारी जला दी है। उन्होंने दावा किया कि कर्नल सोफिया कुरैशी को केवल इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह मुस्लिम हैं, जबकि विंग कमांडर व्योमिका सिंह को इसलिए बख्श दिया गया क्योंकि उन्हें राजपूत समझा गया। इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे भारतीय सेना और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ बताया।
रामगोपाल यादव का आरोप
रामगोपाल यादव ने मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में कहा, “ये लोग (BJP) जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं... ये सब चुनाव के लिए कर रहे हैं। तिरंगा यात्रा निकालने की क्या ज़रूरत है? अगर वाकई ज़रूरत है, तो पूरे देश और सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए। क्या ऑपरेशन सिंदूर में लड़ने वाले लोग बीजेपी के थे?”
उन्होंने मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, “इनके एक मंत्री ने कर्नल कुरैशी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। लेकिन उन्हें न तो व्योमिका सिंह के बारे में पता था, और न ही एयर मार्शल ए.के. भारती के बारे में। अगर जानते, तो उन्हें भी अपशब्द कह देते।”
रामगोपाल यादव ने आगे कहा, “व्योमिका सिंह हरियाणा की जाटव हैं, एयर मार्शल भारती पूर्णिया के यादव हैं, और कर्नल कुरैशी मुस्लिम हैं। यानी तीनों PDA वर्ग (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) से हैं। एक को मुस्लिम होने के कारण गाली दी गई, दूसरी को राजपूत समझकर छोड़ दिया गया, और तीसरे की पहचान पता नहीं थी।”
योगी आदित्यनाथ की कड़ी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यादव के बयान को "संकुचित मानसिकता" का परिचायक बताते हुए कहा कि यह बयान भारतीय सेना के सम्मान के खिलाफ है। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “सेना की वर्दी जातिवादी चश्मे से नहीं देखी जाती। भारतीय सेना का हर जवान राष्ट्रधर्म निभाता है और किसी जाति या धर्म का प्रतिनिधि नहीं होता।”
योगी ने समाजवादी पार्टी की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह वही मानसिकता है जो राष्ट्रभक्ति को भी तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति से बाँटने का दुस्साहस करती है। जनता इस विकृत जातिवादी सोच का निश्चित ही जवाब देगी।”
डिप्टी सीएम और बीजेपी का समर्थन
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी एक्स पर लिखा, “सेना जाति और धर्म से परे है। उसका एकमात्र कर्तव्य देश की रक्षा है। सेना में जाति और धर्म देखना छोटी सोच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सेना में महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया है।”
मायावती ने SP और BJP दोनों को घेरा
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने एक संतुलित लेकिन तीखा हमला करते हुए कहा, “देश भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर गर्व करता है। ऐसे में सेना को धर्म और जाति के आधार पर बाँटना बेहद अनुचित है। जो गलती बीजेपी के मंत्री ने की, वही गलती आज एसपी नेता ने भी की है, जो निंदनीय और शर्मनाक है।”
एसपी की महिला विंग की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष जूही सिंह ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा, “जब कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने वाला व्यक्ति अब भी पद पर बना हुआ है और बीजेपी चुप है, तो उनकी चुप्पी सेना के पराक्रम का अपमान है। उन्हें समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाने से पहले खुद को देखना चाहिए।”
निष्कर्ष: कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी को लेकर शुरू हुई बहस अब सियासी तूफान में तब्दील हो चुकी है। एक ओर रामगोपाल यादव का बयान जातिगत भेदभाव की ओर इशारा करता है, तो दूसरी ओर बीजेपी इसे सेना के सम्मान के विरुद्ध बताकर पलटवार कर रही है। इस बीच मायावती ने दोनों दलों की आलोचना करते हुए एक संतुलित रुख अपनाया है। यह विवाद अब न केवल सियासी मंचों पर, बल्कि जनमानस में भी गूंज रहा है।