
'यूपी भेजो सही कर देंगे', अबू आजमी पर भड़क गए योगी आदित्यनाथ
औरंगजेब पर दिया बयान सपा विधायक अबू आजमी के गले की फांस बन गया है। वैसे तो उन्होंने खेद जताया है। लेकिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें यूपी भेज दो सही कर देंगे
महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी को क्रूर मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करना भारी पड़ गया। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और महाराष्ट्र विधानसभा से उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया है। इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला।
योगी आदित्यनाथ का तीखा हमला
बुधवार को विधान परिषद में योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा,"समाजवादी पार्टी का एक नेता है, जिसे औरंगजेब अच्छा लगता है। वह औरंगजेब को अपना आदर्श बताता है। अगर हिम्मत है तो उसे पार्टी से बाहर करो। सपा को उसके बयान का खंडन करना चाहिए।"
योगी ने तल्ख लहजे में कहा,"ऐसे लोगों को उत्तर प्रदेश भेजो, हम उसका इलाज कर देंगे। यूपी में ऐसे लोगों के उपचार में ज्यादा देर नहीं होती।"'सपा के लिए औरंगजेब नायक!'
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी औरंगजेब को नायक मानती है और अपने ही विधायक पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि औरंगजेब ने भारत की आस्था पर प्रहार किया था, लेकिन सपा को देश की विरासत पर गौरव की अनुभूति नहीं होती।
योगी ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक डॉ. राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए कहा,"डॉ. लोहिया ने कहा था कि भारत की संस्कृति के आधार भगवान राम, कृष्ण और शंकर हैं। लेकिन आज समाजवादी पार्टी उनके सिद्धांतों से पूरी तरह भटक चुकी है और औरंगजेब को अपना आदर्श मान रही है।"
'औरंगजेब भारत का इस्लामीकरण करना चाहता था'
सीएम योगी ने औरंगजेब की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा,"औरंगजेब का अपना ही पिता शाहजहां उससे तंग आ गया था। शाहजहां ने खुद लिखा था कि खुदा करे, ऐसी औलाद किसी को न मिले। औरंगजेब भारत की आस्था पर प्रहार करने और देश का इस्लामीकरण करने आया था। कोई भी सभ्य व्यक्ति अपनी औलाद का नाम औरंगजेब नहीं रखता।"
अबू आजमी ने क्या कहा था?
महाराष्ट्र में लंबे समय से सपा विधायक रहे अबू आजमी ने कहा था कि वह औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानते। उनके मुताबिक,"उस दौर में सत्ता संघर्ष राजनीतिक थे, न कि धार्मिक। औरंगजेब की सेना में कई हिंदू थे, जैसे छत्रपति शिवाजी की सेना में कई मुस्लिम थे। औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था, बल्कि उसने कई मंदिरों का निर्माण करवाया था।"उन्होंने यह भी कहा कि,"जो लोग यह दावा करते हैं कि छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई थी, वे झूठ बोलते हैं।"अबू आजमी के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया।