
एप्पल ने यूट्यूबर पर किया केस, iOS 26 लीक के लिए ‘जासूस’ को एप्पल कर्मचारी के घर पर तैनात करने का आरोप
जांच की शुरुआत 4 अप्रैल को एक गुमनाम टिप के बाद हुई, जिसमें एप्पल कर्मचारी ईथन लिपनिक को संभावित स्रोत बताया गया।
एप्पल ने यूट्यूबर जॉन प्रोसर और माइकल रामासिओटी पर मुकदमा दायर किया है, जिसमें उन पर iOS 26 से जुड़ी ट्रेड सीक्रेट्स (व्यावसायिक रहस्य) चुराने की साजिश रचने का आरोप है।
आरोप है कि रामासिओटी ने एक एप्पल कर्मचारी का डिवेलपमेंट iPhone एक्सेस किया और उस पर चल रहे अनरिलीज्ड सॉफ़्टवेयर को प्रोसर को फेसटाइम के ज़रिए दिखाया। प्रोसर ने इस कॉल की रिकॉर्डिंग कर यूट्यूब पर वीडियो बनाए और इससे कमाई की।
एप्पल का मुकदमा
17 जुलाई 2025 को नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफ़ोर्निया में दायर मुकदमे में एप्पल ने कहा कि यह एक सुनियोजित साजिश थी। जांच की शुरुआत 4 अप्रैल को एक गुमनाम टिप के बाद हुई, जिसमें एप्पल कर्मचारी ईथन लिपनिक को संभावित स्रोत बताया गया।
गोपनीयता का उल्लंघन
आरोप है कि रामासिओटी ने लिपनिक के घर में रहकर लोकेशन ट्रैकिंग से उनकी गैरहाज़िरी का समय तय किया, पासकोड प्राप्त किया और एप्पल द्वारा जारी डिवेलपमेंट iPhone को एक्सेस किया। इसमें iOS 19 (अब iOS 26) और कई गोपनीय जानकारी मौजूद थी।
फेसटाइम रिकॉर्डिंग
अनधिकृत एक्सेस के दौरान, रामासिओटी ने प्रोसर को फेसटाइम कॉल के ज़रिए ऑपरेटिंग सिस्टम दिखाया। प्रोसर ने स्क्रीन रिकॉर्डिंग की और गोपनीय डिज़ाइन और फ़ीचर्स के वीडियो बनाए।
कमाई और प्रसारण
एप्पल का दावा है कि प्रोसर ने इन रिकॉर्डिंग्स को अपने यूट्यूब चैनल पर डाला और विज्ञापन से कमाई की। इनमें से एक वीडियो में कथित रूप से लिपनिक का अपार्टमेंट भी पहचाना गया।
एप्पल क्या चाहता है?
एप्पल की डिमांड है कि कोर्ट से गोपनीय जानकारी को आगे साझा करने पर रोक लगाने का आदेश जारी हो, व्यापारिक नुकसान की क्षतिपूर्ति हो,
आरोपियों से सभी गोपनीय दस्तावेज़ वापस लेने या नष्ट करने का आदेश दिया जाए, कानूनी खर्चों की वसूली हो।
यूट्यूबर जॉन प्रोसर ने क्या कहा
प्रोसर ने X पर लिखा, “मैंने किसी का फ़ोन एक्सेस करने की साजिश नहीं रची। मेरे पास कोई पासवर्ड नहीं था। मुझे जानकारी मिलने का तरीका नहीं पता था। मुझे एप्पल से बात करने का इंतज़ार है।”
एप्पल ने लिपनिक को नौकरी से निकाल दिया क्योंकि उन्होंने डिवेलपमेंट डिवाइस की सुरक्षा नहीं की।
क्या यह पहला मामला है?
एप्पल आमतौर पर सप्लायर्स या मैन्युफैक्चरर्स पर कार्रवाई करता है, लेकिन किसी यूट्यूबर या लीक करने वाले कंटेंट क्रिएटर पर मुकदमा कम ही होता है, हालांकि यह पहली बार नहीं है।
एप्पल ने चेताया है कि उस डिवेलपमेंट iPhone में अभी और अनरिलीज्ड फीचर्स थे, जिससे प्रतिस्पर्धात्मक खतरा बरकरार है।