यूट्यूब में इस तरह कंटेंट देखते समय हो जाएं सतर्क! हो सकती है कार्रवाई
यूट्यूब का इस्तेमाल करते समय लोग विज्ञापनों से काफी ज्यादा परेशान रहते हैं. हालांकि, यूट्यूब ने इसके लिए प्रीमियम सर्विस उपलब्ध कराई है.
AD Blockers: दुनिया में करोड़ों लोग यूट्यूब का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि यह जानकारी, शिक्षा, मनोरंजन आदि का साधन बन चुका है. यूट्यूब का इस्तेमाल करते समय लोग विज्ञापनों से काफी ज्यादा परेशान रहते हैं. हालांकि, यूट्यूब ने इसका हल निकालते हुए प्रीमियम सर्विस उपलब्ध कराई है. लेकिन इसके लिए ग्राहकों को पैसों का भुगतान करना होता है. इसको देखते हुए लोग प्रीमियम सेवा नहीं लेते और थर्ड पार्टी एड ब्लॉकर एप्स का सहारा लेते हैं. इसको देखते हुए यूट्यूब ने कड़ा रुख अख्तियार किया है और कहा है कि वह एड ब्लॉकर्स के खिलाफ बड़ा एक्शन लेगा. ऐसे में जो लोग एड ब्लॉकर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह सावधान हो जाएं.
कंपनी ने ब्लॉग में कहा है कि यूट्यूब पर किसी भी तरह के एड ब्लॉकर के लिए कोई जगह नहीं है. क्योंकि एड ब्लॉकर का इस्तेमाल करना उसकी एपीआई पॉलिसी का उल्लंघन है. इसके साथ ही यूट्यूब ने यूजर्स से अपील की है कि वह वीडियो देखने या ऑडियो सुनने के लिए किसी भी तरह के एड ब्लॉकर का इस्तेमाल न करें. यूजर्स को अगर विज्ञापन मुक्त एक्सपीरियंस चाहिए तो उनको कंपनी की प्रीमियम सर्विस का सब्सक्रिप्शन लेना होगा.
यूट्यूब ने कहा है कि जो एप्स कंपनी की सेवा शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर अपना प्रवर्तन मजबूत कर रहे हैं. ऐसे में जो यूजर्स थर्ड पार्टी एड ब्लाकर एप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनको वीडियो देखने का बफरिंग संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है या सर्च किए गए कंटेट को दिखाने में असमर्थता जाहिर कर सकता है.
यूट्यूब का कहना है कि एड ब्लॉकर के इस्तेमाल से मोनेटाइजेशन में दिक्कत होती है और इससे कंपनी के राजस्व में भी नुकसान होता है. जबकि यूट्यूब के प्रीमियम सर्विस को लेने से यूजर्स को ऑफलाइन एक्सेस और बैकग्राउंड प्ले का भी ऑप्शन मिलता है.