
iPhone यूजर्स ध्यान दें! स्लो ब्राउजिंग का इलाज है कैशे क्लियर, जानें आसान तरीका
iPhone slow browsing solution: ब्राउज़र कैशे में स्टोर डेटा होता है. समय के साथ ये फाइलें न सिर्फ फोन की स्पीड को प्रभावित करती हैं, बल्कि ब्रााउजिंग एक्सपीरियंस को भी खराब कर सकती हैं.
iPhone cache kaise clear kare: क्या आप भी हर छोटी-बड़ी जानकारी के लिए अपने iPhone पर ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां तो यह खबर आपके लिए है. अक्सर देखा गया है कि iPhone यूजर्स को समय के साथ स्लो ब्राउजिंग या वेबपेज लोडिंग में देरी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यह संकेत होता है कि आपको अपने फोन का ब्राउज़र कैशे (Cache) साफ करना चाहिए.
क्यों जरूरी है ब्राउज़र कैशे साफ करना?
ब्राउज़र कैशे में स्टोर डेटा जैसे कि लॉगिन डिटेल्स, प्रिफरेंसेज़ और पुरानी फाइलें शामिल होती हैं. समय के साथ ये फाइलें न सिर्फ फोन की स्पीड को प्रभावित करती हैं, बल्कि ब्रााउजिंग एक्सपीरियंस को भी खराब कर सकती हैं.
कैशे क्लियर करने से वेबसाइट तेज़ी से लोड होती हैं. पुरानी या करप्ट फाइलें हट जाती हैं. फोन की स्टोरेज भी थोड़ी खाली हो जाती है और आपकी प्राइवेसी बेहतर होती है.
Cache ऐसे करें क्लियर
1. अपने iPhone की Settings ऐप खोलें.
2. नीचे स्क्रॉल करके Safari ऐप चुनें.
3. History and Website Data विकल्प पर जाएं.
4. अब Clear History and Website Data पर क्लिक करें.
5. समय सीमा चुनें – पिछला घंटा, आज, आज और कल या सारा इतिहास.
Chrome Cache क्लियर करने का तरीका
1. iPhone में Chrome ऐप खोलें
2. नीचे दाएं कोने में मौजूद तीन डॉट्स पर क्लिक करें.
3. Settings में जाएं, फिर Privacy and Security चुनें.
4. Delete browsing data पर टैप करें.
5. समय सीमा चुनें – Last 15 minutes, 7 days या All time.
6. ब्राउज़िंग डेटा सेलेक्ट करें – जैसे कि History, Cookies आदि.
ध्यान दें: "Save passwords" और "Auto-fill data" को न चुनें.
Cache क्लियर करने से क्या-क्या बदलता है?
- फोन में लोकल डेटा हट जाता है, जिससे स्पीड बढ़ती है.
- वेबसाइट की कस्टम सेटिंग्स और प्रिफरेंसेज भी हट जाती हैं.
- पुरानी/करप्ट फाइलें डिलीट हो जाती हैं.
- सबसे बड़ी बात ब्राउज़िंग प्राइवेसी बेहतर होती है.
कितनी बार कैशे क्लियर करना चाहिए?
विशेषज्ञों की मानें तो iPhone का कैशे हर 1 से 2 महीने में एक बार ज़रूर साफ करना चाहिए. इससे आपका ब्राउज़िंग अनुभव बेहतर बना रहेगा और डिवाइस की परफॉर्मेंस भी स्मूद होगी, चाहे आप Safari इस्तेमाल करते हों या Chrome.