अब नहीं ठगों की खैर, फ्रॉड करने वालों के सिम ही नहीं फोन भी हो रहे ब्लॉक
सरकार अब फ्रॉड में इस्तेमाल सिम के साथ ही मोबाइल फोन को भी ब्लॉक कर रही है. इस कार्रवाई से ठगी करने वाले लोगों की कमर तोड़ने में मदद मिल रही है.
Cyber Crime: आजकल मोबाइल फोन के जरिए फ्रॉड करने की घटनाएं काफी बढ़ चुकी हैं. हालांकि, सरकार भी लगातार फ्रॉड करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. लेकिन ये लोग कोई न कोई लूप होल का फायदा उठाकर बच निकलते हैं और गिरफ्त में आने से बज जाते हैं. अपराधी साइबर फ्रॉड के लिए हर बार नये सिम का इस्तेमाल करते हैं और कई बार लोगों को ठगकर सिम कार्ड बंद कर लेते हैं. इस वजह से वह पकड़ में नही्ं आ पाते हैं. हालांकि, अब सरकार ने इसका भी तोड़ निकाल लिया हे और अब फ्रॉड में इस्तेमाल सिम के साथ ही मोबाइल फोन को भी ब्लॉक कर रही है. इस कार्रवाई से ठगी करने वाले लोगों की कमर तोड़ने में मदद मिल रही है.
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) सिम कार्ड बदलकर ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम देने वाले ठगों पर तेजी से कार्रवाई कर रही है. वह ऐसे मोबाइल नंबर की पहचान कर मैसेज कर दूरसंचार विभाग (DoT) को सूचित कर रही है और डीओटी इन मोबाइल नंबरों के साथ हैंडसेट को भी ब्लॉक कर रही है.
10 हजार से ज्यादा नंबर ब्लॉक
बता दें कि भारत सरकार की तरफ से इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए चक्षु पोर्टल लॉन्च किया गया है. लोग फ्रॉड से जु़ड़ी शिकायत इस पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं. अब तक फ्रॉड एसएमएस भेजने वाले 52 ठिकानों को ब्लैकलिस्ट करने के साथ ही 348 मोबाइल फोन को भी ब्लॉक किया जा चुका है.वहीं, 10,834 संदिग्ध मोबाइल नंबरों को वेरिफिकेशन के बाद ब्लॉक कर दिया गया है.
1.5 लाख से ज्यादा फोन ब्लॉक
वहीं, कई ठग अपनी पहचान उजागर करने से बचने के लिए जाली या नकली डॉक्यूमेंट्स के आधार पर सिम ले लेते हैं. इस पर भी दूरसंचार विभाग ने कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. डीओटी ने जाली दस्तावेजों के आधार पर लिए गए 1.58 लाख मोबाइल फोन को ब्लॉक कर दिया है.