
SIR फॉर्म को लेकर बढ़ रहा स्कैम, क्या है सच? कैसे बचें ठगी से? देखें VIDEO
BLO Fake Call: कई लोगों को SIR फॉर्म भरने के बाद अंजान नंबरों से कॉल आ रहे हैं। कॉल करने वाला खुद को BLO बताता है और यह पूछता है कि क्या आपका नाम 2002 की वोटर लिस्ट में था?
SIR Scam: बिहार चुनाव के बाद निर्वाचन आयोग मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) का दूसरा चरण करवा रहा है। दूसरे चरण में एसआईआर की प्रक्रिया 12 राज्यों में शुरू हो चुकी है। इसके तहत हर पोलिंग बोथ में बूथ लेवल अधिकारी (BLO) मतदाताओं को घर-घर जाकर फॉर्म (Enumeration Form) उपलब्ध करा रहे हैं, जिसमें इस बार मोबाइल नंबर भी मांगा जा रहा है। हालांकि, इसी बीच साइबर ठग भी एक्टिव हो गए हैं, जिनसे सतर्क रहने को लेकर सोशल मीडिया में कई तरह के वीडियो सामने आ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो काफी वायरल है। इसमें एक शख्स SIR के बारे में लोगों को जागरूक कर रहा है। उसका दावा है कि आने वाले चुनावों के लिए पूरे देश में वोटर आईडी वेरिफिकेशन के नाम पर SIR फॉर्म बांटे जा रहे हैं। क्योंकि, चुनाव आयोग 18 साल पूरे कर चुके नए वोटर्स का रजिस्ट्रेशन करता है और ऐसे लोगों को वोटर लिस्ट से हटाता है जो भारतीय नागरिक नहीं हैं या गलत तरीके से सूची में शामिल हो गए हैं। इसी प्रक्रिया का फायदा उठाकर कुछ लोग स्कैम करने में लगे हैं।
SIR स्कैम
इंफ्लूएंसर के अनुसार, कई लोगों को SIR फॉर्म भरने के बाद अंजान नंबरों से कॉल आ रहे हैं। कॉल करने वाला खुद को BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) बताता है और यह पूछता है कि क्या आपका नाम 2002 की वोटर लिस्ट में था? फिर वह विभिन्न कारणों का हवाला देकर आपके मोबाइल पर आए OTP की मांग करता है।
OTP बिल्कुल नहीं देना
वीडियो में शख्स बताता है कि यह स्कैम इसी OTP के जरिए होता है। अगर आप OTP बता देते हैं तो आपका बैंक अकाउंट खाली** हो सकता है और आपकी निजी जानकारी भी खतरे में पड़ सकती है। ऐसे में लोगों को खासा ध्यान रखने की जरूरत है। क्योंकि कोई भी असली BLO OTP नहीं मांगता है। अगर कोई व्यक्ति धमकी देकर भी OTP मांगता है तो तुरंत इसकी शिकायत करें।
भोपाल में हो रहा है स्कैम
भोपाल में SIR के नाम पर स्कैमर्स ने एक और तरीका अपनाया है। वे लोगों को SIR.apk नाम की एक फाइल भेज रहे हैं। यह एक वायरस होता है। जैसे ही आप इसे डाउनलोड करते हैं, स्कैमर्स को आपके कॉन्टैक्ट, फोटो, मैसेज और यहां तक कि बैंकिंग डिटेल्स भी मिल जाते हैं।
कहां करें शिकायत?
साइबर क्राइम शाखा ने लोगों से सतर्क रहने और दूसरों को भी इस स्कैम के बारे में बताने की अपील की है। अगर आपके साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है तो तुरंत यहां शिकायत करें:-
साइबर अपराध हेल्पलाइन (MP): 9479990636
राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन: 1930
ऑनलाइन शिकायत पोर्टल: [www.cybercrime.gov.in](http://www.cybercrime.gov.in)

