
त्रिपुरा के संगठन ने उठाई अलग देश की आवाज, एंजेल चकमा मर्डर से क्या है नाता?
देहरादून में एंजेल चकमा की हत्या के बाद पूर्वोत्तर में आक्रोश है। TIPRA और छात्र संगठनों ने इसे पूरे पूर्वोत्तर पर हमला बताया और केंद्र से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
Angel Chakma Murder: पूर्वोत्तर के साथ जो हो रहा है, वह कोई नई बात नहीं है। आज एंजेल चकमा की मौत यह सिर्फ एंजेल चकमा की मौत नहीं है, यह पूरे पूर्वोत्तर के लोगों की मौत है। मैं सीधे केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं। अगर आप पूर्वोत्तर के लोगों को सम्मान, गरिमा और प्रेम नहीं दे सकते, तो हमें एक अलग देश दे दीजिए; हम अपना ख्याल खुद रख लेंगे। यह एक बेहद गंभीर मामला है। इन शब्दों के जरिए टिपरा इंडिजिनस स्टूडेंट्स फेडरेशन के अध्यक्ष साजरा देबबर्मा (Sajra Debbarma) ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
अपने छात्र संगठन और पूर्वोत्तर के सभी अन्य छात्र संगठनों (Tipra Indigenous Students Federation) की ओर से हम सब मिलकर इसका विरोध करते हैं। जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए और किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। मैं यह अपील भारत सरकार से करता हूं।
देहरादून (Dehradun Violence Case) के एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने इस मामले को लेकर विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा के रहने वाले दो छात्र, एंजेल चकमा और उनके भाई माइकल चकमा, प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नंदा चौकी के पास रहते थे। यह घटना 9 तारीख की शाम की है, जब दोनों किसी काम से सेलाकुई गए थे।
एसपी सिटी के अनुसार, इसी दौरान उनका कुछ स्थानीय युवकों और पूर्वोत्तर के ही एक अन्य युवक से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इस झगड़े के दौरान एंजेल चकमा (Anjel Chakma) और उनके भाई पर चाकू और अन्य कुंद हथियारों से हमला किए जाने की बात सामने आई है, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद उनके भाई उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच की। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई। जांच के दौरान चार से पांच संदिग्धों के नाम सामने आए, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

