विरासत तो है नहीं वारिस... बिहार की धरती पर पीएम मोदी ने कही बड़ी बात
बिहार में 6वें चरण के चुनाव अभियान में पीएम मोदी ने धारदार अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधा. इसके साथ यह भी बताया कि उनका वारिस कौन है.
Narendra Modi News: आम चुनाव 2024 के सात चरणों में से अब सिर्फ 6वें और 7वें चरण का चुनाव बचा है. इन दोनों फेज के चुनाव के लिए सियासी चेहरे पूरे जोश खरोश के साथ प्रचार को धार देने में अंतिम कोशिश कर रहे हैं. एनडीए के नेता जहां देश के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों को जिम्मेदार बता रहे हैं वहीं, इंडी गठबंधन के नेता कह रहे हैं कि अब देश, एनडीए से पीछा छुड़ाने के मूड में है. चुनावी अभियान में सत्ता और विपक्ष दोनों तरह तरह के आरोप लगा रहे हैं. जब इंडी ब्लॉक के नेता कहते हैं कि मौजूदा सरकार उद्योगपतियों की बात करती है तो एनडीए भी पिछले 60 साल की नाकामी का जिक्र करता है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के दो जगहों पूर्वी चंपारण और महाराजगंज में रैली की और सिलसिलेवार विपक्ष के आरोपों पर तीखा हमला भी किया.
मेरे वारिस आप लोग- नरेंद्र मोदी
बिहार के ही महारागंज में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उस सवाल का जवाब दिया जो अरविंद केजरीवाल करते हैं. अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि मोदी जी तो 75 साल के होने वाले हैं. यह चुनाव को अमित शाह के लिए लड़ा जा रहे हैं. हालांकि महाराजगंज से पहले पीएम मोदी इस मुद्दे पर खामोश रहे हैं. लेकिन महाराजगंज की रैली में कहा कि पहली बात तो उनकी विरासत नहीं है. सही मायने में आप ही लोग यानी जनता ही विरासत और वारिस भी जनता ही है.वो गारंटी देते हैं कि लोगों के लिए दिन-रात मेहनत करेंगे, पहले से भी ज्यादा मेहनत करेंगे. उन्हें आपके लिए, आपके भविष्य के लिए, आपके बच्चों के भविष्य के लिए विकसित बिहार बनाना है, विकसित भारत बनाना है.
कांग्रेस- सपा तुष्टीकरण की राजनीति में माहिर
पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन का मंच, राजनीतिक मंच नहीं, लाखों-करोड़ के घोटालेबाजों का सम्मेलन लगता है। इनके मंच पर करीब 20 लाख करोड़ रुपये के घोटालेबाज एक साथ बैठते हैं।जब ये इकट्ठा होते हैं, तब इनमें तीन बुराइयां साफ नजर आती हैं- घोर कम्युनल हैं, घोर जातिवादी हैं, घोर परिवारवादी हैं. बिहार की मान-मर्यादा, बिहारियों का सम्मान इंडी गठबंधन वालों के लिए कोई मायने नहीं रखता. जब डीएमके के लोगों ने बिहार को गाली दी, जब तेलंगाना के कांग्रेस नेता ने गालियां दीं, तब भी ये शाही परिवार अपने होठों पर ताला लगाकर बैठ गया था. ये भूमि, मेधा की भूमि है, राष्ट्रभक्ति की अविरल गंगा यहां बहती है. ऐसी समृद्ध प्रतिभा वाली धरती की पहचान कांग्रेस और RJD वालो ने रंगदारी टैक्स के लिए बना दी थी.