दीपावली यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल
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दीपावली यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल

दीपावली के यूनेस्को सूची में शामिल होने पर देशभर में उत्साह, पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर ने इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत की बड़ी वैश्विक मान्यता बताया।


Deepavali to the UNESCO Intangible Heritage List : भारत के लिए यह सांस्कृतिक गौरव का बड़ा क्षण है। दुनिया भर में रोशनी और खुशियों के त्योहार के रूप में मनाई जाने वाली दीपावली को यूनेस्को ने इंटैन्जिबल कल्चरल हेरिटेज ऑफ ह्यूमैनिटी की प्रतिष्ठित सूची में शामिल कर लिया है। यह फैसला न सिर्फ इस पर्व की वैश्विक पहचान को मजबूत करता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत के लिए भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है।


पीएम मोदी ने कहा दीपावली हमारी सभ्यता की आत्मा

यूनेस्को की घोषणा के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (X) पर पोस्ट कर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “भारत और दुनिया भर के लोग बहुत खुश हैं। दीपावली हमारी संस्कृति और सभ्यता की आत्मा है। यह प्रकाश, परोपकार और मानवीय मूल्यों का उत्सव है। यूनेस्को सूची में इसका शामिल होना पूरे विश्व में इसकी लोकप्रियता को और बढ़ाएगा। प्रभु श्रीराम के आदर्श हम सबका मार्गदर्शन करते रहें।”


प्रधानमंत्री की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई और लोग इसे भारत की सांस्कृतिक जीत बता रहे हैं।

दिल्ली के लालकिला में यूनेस्को की बैठक में हुआ फैसला

यूनेस्को की 20वीं अंतर-सरकारी समिति का सत्र इस समय नई दिल्ली के लालकिले में 8 से 13 दिसंबर तक चल रहा है। इसी बैठक में दीपावली को आधिकारिक रूप से अमूर्त धरोहर सूची में शामिल करने का निर्णय लिया गया।
यूनेस्को ने भी एक्स पोस्ट के जरिए जानकारी साझा कर लिखा :
“नया नाम शामिल: दीपावली, भारत। बधाई!”

भारत की संस्कृति को वैश्विक पहचान

दीपावली के शामिल होने से भारत की पारंपरिक कला, सामाजिक उत्सव, पारिवारिक रीति-रिवाज और सामूहिक सांस्कृतिक पहचान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई मजबूती मिली है। दीयों की चमक, रंगोली की कला, पूजा-अर्चना और परिवारों का मिलन—इन सभी में बसती भारतीयता को अब वैश्विक धरोहर का दर्जा मिल गया है।


विदेश मंत्री जयशंकर ने भी जताई खुशी

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक्स पोस्ट में कहा कि दीपावली की यूनेस्को अमूर्त धरोहर सूची में शामिल होने से इसके सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है। यह त्योहार लोगों को जोड़ने का माध्यम है।

अब तक भारत के 16 तत्व शामिल

दीपावली के जुड़ने के साथ भारत की कुल 16 सांस्कृतिक परंपराएं यूनेस्को की प्रतिष्ठित सूची में दर्ज हो चुकी हैं।
इनमें शामिल हैं :

कोलकाता की दुर्गा पूजा

गुजरात का गरबा

योग

कुंभ मेला

वैदिक मंत्रोच्चारण

रामलीला

नवरोज़
और कई अन्य पारंपरिक सांस्कृतिक रूप जो भारत की विरासत को दुनिया के सामने स्थापित करते हैं।

भारत की सांस्कृतिक कूटनीति को बड़ी सफलता

विशेषज्ञों का मानना है कि दीपावली को वैश्विक धरोहर का दर्जा मिलना भारत की सांस्कृतिक कूटनीति (Cultural Diplomacy) की बड़ी उपलब्धि है। यह उस परंपरा की मान्यता है जो सदियों से भारतीय समाज में प्रकाश, सद्भाव और एकता का संदेश देती आई है।


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