
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों की लगी लॉटरी, सोने में निवेश पर मिला 400% का बंपर रिटर्न
भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 Series-XIII के लिए आखिरी रिडेम्पशन प्राइस की घोषणा की है.
सोने के दामों (Gold Price) में रिकॉर्ड उछाल के चलते सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (सॉवरेन Gold Bond) में निवेश करने वाले निवेशकों की लॉटरी निकल आई है. बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2017-18 Series-XIII के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का जो रिडेम्पशन प्राइस घोषित किया है उसके मुताबिक जिन निवेशकों ने इस सीरीज के बॉन्ड में निवेश किया था उन्हें अपने निवेश पर 400 फीसदी के करीब रिटर्न मिला है. महज 8 वर्षों में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इस सीरीज के निवेशकों का निवेश चार गुना रफ्तार से बढ़ा है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 Series-XIII के लिए आखिरी रिडेम्पशन प्राइस की घोषणा की है. RBI ने कहा है कि, इस सीरीज़ के रिडेम्पशन की तारीख 26 दिसंबर 2025 है और निवेशकों को ₹13,563 प्रति यूनिट (प्रति ग्राम) के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. जबकि दिसंबर 2017 में जब सरकार ने इस सीरीज का सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों के सब्सक्रिप्शन के लिए जारी किया था तब 2866 रुपये प्रति यूनिट के दर पर प्राइस फिक्स किया गया था. यानी निवेशकों को 10,697 रुपये प्रति यूनिट का फायदा होने जा रहा है. निवेशकों को अपने निवेश पर 382 फीसदी का लाभ मिलने जा रहा है.
आरबीआई ने कहा, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का रिडेम्पशन प्राइस 22, 23 और 24 दिसंबर 2025 को 24 कैरेट (999 शुद्धता) वाले गोल्ड के क्लोजिंग प्राइस के औसत के आधार पर तय किया गया है. ये कीमतें इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी की जाती है.
निवेशकों को बंपर रिटर्न
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 Series-XIII को दिसंबर 2017 में 2,866 प्रति ग्राम की दर से जारी किया गया था. ऑनलाइन निवेश करने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी गई थी, जिसके चलते उन्हें यह बॉन्ड 2,816 प्रति ग्राम में मिला था जिसका मैच्योरिटी प्राइस 13,563 रुपये प्रति ग्राम फिक्स किया गया है. यानी निवेश पर 382 फीसदी का रिटर्न. इसके अलावा बॉन्ड के निवेशकों को 2.50 फीसदी के दर से सालाना ब्याज भी मिला है.
क्या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम भारत सरकार लेकर आई थी जिसका संचालन RBI द्वारा किया जा रहा था. इस स्कीम के तहत निवेशकों के पास फिजिकल गोल्ड के जगह पेपर या डीमैट फॉर्म में सोने में निवेश का विकल्प दिया गया था. इससे निवेशकों को स्टोरेज और सोने की शुद्धता से जुड़ी चिंताओं से मुक्ति मिल गई थी. SGB पर निवेशकों को 2.5% सालाना ब्याज भी मिलता है, जो हर छह महीने में खाते में जमा होता है. बॉन्ड की कुल अवधि 8 साल होती है, लेकिन 5 साल पूरे होने के बाद प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की सुविधा भी दी जाती है. लेकिन साल 2024 फरवरी के बाद से सोने के दामों में तेज उछाल के बाद सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करना बंद कर दिया है.

