ब्रिटेन की यात्रा करते समय सावधानी बरतें: हिंसक दंगों के बीच भारत ने जारी की सलाह
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ब्रिटेन की यात्रा करते समय सावधानी बरतें: हिंसक दंगों के बीच भारत ने जारी की सलाह

भारतीय नागरिकों के लिए यह यात्रा सलाह ब्रिटेन में अप्रवासियों के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला की पृष्ठभूमि में आई है


Advisory For Indians About UK: लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा भारत से लन्दन आने वाले पर्यटकों को यूनाइटेड किंगडम की यात्रा के दौरान सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है.

मंगलवार (6 अगस्त) को जारी की गयी एडवाइजरी में ये परामर्श दिया गया है कि यूनाइटेड किंगडम में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला की पृष्ठभूमि में आया है.
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 'भारतीय यात्रियों को यूनाइटेड किंगडम के कुछ भागों में हाल में हुई गड़बड़ियों की जानकारी होगी' तथा वो स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत से आने वाले पर्यटकों को ब्रिटेन में यात्रा करते समय सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. स्थानीय समाचारों और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करना उचित है. इसके अलावा, उन्होंने भारतीयों को उन क्षेत्रों से बचने की सलाह दी जहाँ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं.

इस अशांति का क्या कारण है?
ब्रिटेन में ये हालिया अशांति, साउथपोर्ट में टेलर स्विफ्ट थीम पर आधारित एक नृत्य कार्यक्रम में चाकू घोंपकर की गई एक घटना में तीन लड़कियों की मौत के बाद फैली है. जो पूरे ब्रिटेन में फैले दक्षिणपंथी दंगों और आप्रवासी विरोधी प्रदर्शनों से उपजी है.
रिपोर्ट के अनुसार, ये दंगे 2010 में हुए दंगों से ज़्यादा गंभीर हैं. इससे भी बदतर बात ये है कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर झूठे दावे फैला रहे हैं कि लड़कियों को चाकू मारने वाला संदिग्ध, एक्सेल मुगनवा रुदाकुबाना, एक मुस्लिम अप्रवासी है. इस गलत सूचना के कारण मैनचेस्टर और राजधानी लंदन सहित ब्रिटेन के एक दर्जन से ज़्यादा शहरों और कस्बों में अप्रवासी विरोधी दंगे भड़क उठे हैं.

प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों को दंगाइयों को काबू करने में मुश्किल हो रही है, जो मस्जिदों और शरणार्थियों के होटलों को निशाना बना रहे हैं. सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और सरकार ने नागरिक अशांति से निपटने के लिए विशेषज्ञ पुलिस की एक “स्थायी सेना” लाने की योजना की घोषणा की है.
रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिणपंथी आंदोलनकारी स्थिति का फ़ायदा उठाकर और अधिक हिंसा भड़का रहे हैं. अप्रवासियों के ख़िलाफ़ गुस्से के अलावा, शरणार्थियों के लिए आवास की कमी ने हिंसा को और बढ़ा दिया है. आर्थिक मुद्दे और विफल सार्वजनिक सेवाएँ लोगों की परेशानियों और नाखुशी को और बढ़ा रही हैं. प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ भिड़ रहे हैं, जिसके कारण सार्वजनिक सुरक्षा में गिरावट आई है.
इस बीच, पुलिस ने पुष्टि की है कि संदिग्ध व्यक्ति ब्रिटिश मूल का है तथा उसका परिवार ईसाई है.

किसी आपातकालीन स्थिति में, भारतीय नागरिक इंडिया हाउस, एल्ड्विक, लंदन WC2B 4NA स्थित भारतीय उच्चायोग से संपर्क कर सकते हैं, उच्चायोग से फोन द्वारा +44 (0) 20 7836 9147 या ईमेल द्वारा inf.london@mea.gov.in पर संपर्क किया जा सकता है.


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