पाकिस्तान ने काबुल को चेतावनी दी, युद्धविराम पर मंडरा रहा खतरा
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पाकिस्तान ने काबुल को चेतावनी दी, युद्धविराम पर मंडरा रहा खतरा

अफगानिस्तान-पाकिस्तान युद्धविराम नाजुक स्थिति में है। पाकिस्तान ने काबुल को चेतावनी दी, जबकि अफगानिस्तान ने आरोप निराधार करार दिए।


अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच कायम युद्धविराम वर्तमान में बेहद नाजुक स्थिति में है। पाकिस्तान ने एक बार फिर काबुल को चेतावनी दी है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा अफ़गानिस्तान से आने वाली कोई भी चीज इस समझौते का उल्लंघन होगी। सब कुछ इसी एक लाइन पर टिका है।

युद्धविराम का आधार

ख्वाजा आसिफ के अनुसार इस्लामाबाद और काबुल के बीच का सीजफायर इस बात पर आधारित है कि अफगान तालिबान पाकिस्तान पर हमला करने वालों पर कैसे लगाम लगाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्की और कतर द्वारा किए गए समझौते में कहा गया था कि कोई भी घुसपैठ नहीं होगी। हमारे बीच युद्धविराम समझौता है, बशर्ते कि पहले से लागू समझौते का कोई उल्लंघन न हो।

अफगानिस्तान की प्रतिक्रिया

वहीं, अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने पाकिस्तान को चेताया कि सभी पक्षों को समझौते के हर प्रावधान के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए। उन्होंने कहा, काबुल इन शर्तों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अगर पाकिस्तान अपने दायित्वों को पूरा नहीं करता है, तो इससे समस्याएं पैदा होंगी। मुजाहिद ने तुर्की और कतर जैसे मध्यस्थ देशों से इस समझौते के कार्यान्वयन में मदद करने का भी आग्रह किया।

भारत से जुड़े आरोप खारिज

अफगानिस्तान ने पाकिस्तान द्वारा लगाए जा रहे भारत से जुड़े आरोपों को निराधार और अस्वीकार्य करार दिया। पाकिस्तान का दावा है कि भारत अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ करता है। इसके अलावा, पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (TTP) को ‘फितना-अल हिन्दुस्तान’ और ‘फितना अल ख्वारिज’ कहता है और उनका भारत से संबंध जोड़ता है।

मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने स्पष्ट किया ये आरोप निराधार हैं। हमारी नीति कभी भी अपने क्षेत्र का उपयोग अन्य देशों के विरुद्ध करने की नहीं होगी। हमारा उद्देश्य संबंधों का विस्तार करना है, तनाव पैदा करना नहीं।

अफगानिस्तान का रुख

याकूब मुजाहिद ने जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान पाकिस्तान सहित किसी भी देश के खिलाफ सशस्त्र समूहों का समर्थन नहीं करता। उन्होंने बताया कि अगर कोई देश अफगानिस्तान पर हमला करता है, तो वह अपनी मातृभूमि की रक्षा करेगा। उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों को आतंकवादी कहता है, जबकि आतंकवादी शब्द की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं है।

पाकिस्तान की सफाई

वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के कहने पर काबुल में हवाई हमले नहीं किए। यह पूरी तरह बकवास है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अफगान मामलों में दखल नहीं देना चाहता और अफगानिस्तान के भारत या किसी अन्य देश के साथ संबंधों से उसका कोई लेना-देना नहीं है।

हाल के दिनों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच खूनी भिड़ंत हुई थी, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए। इसके बाद दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौता हुआ। वर्तमान में यह समझौता नाजुक संतुलन पर टिका हुआ है और दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।

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