ट्रम्प के आने से बढ़ सकती हैं अमेरिका में कुछ लोगों की मुश्किलें, जानिये कौन हैं वो
x

ट्रम्प के आने से बढ़ सकती हैं अमेरिका में कुछ लोगों की मुश्किलें, जानिये कौन हैं वो

नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प का मानना ​​है कि वर्तमान और पूर्व अधिकारियों, मीडिया के सदस्यों तथा अन्य लोगों द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है।


President Donald J Trump : अमेरिका में सत्ता का हस्तांतरण का दिन आ चुका है। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभालने जा रहे हैं। लेकिन उससे पहले ट्रम्प के उन बयानों को भी याद किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने अपने विरोधियों को सबक सिखाने की बात कही थी। ट्रम्प ने कई मौकों पर ये स्पष्ट किया कि वो उन लोगों को कतई नहीं बख्सने वाले, जिन्होंने ट्रम्प के साथ गलत किया है या अन्याय किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने समर्थकों के बीच भाषणों और सार्वजनिक बयानों के माध्यम से एक व्यापक प्रतिशोध अभियान का खाका प्रस्तुत किया है। उन्होंने बार-बार उन व्यक्तियों, अधिकारियों, और संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया है, जिनके बारे में उनका मानना है कि उन्होंने उनके साथ अन्याय किया है।

“मैं आपका योद्धा हूँ, मैं आपका न्याय हूँ, और जिनके साथ गलत हुआ है, मैं उनका प्रतिशोध हूँ,” ट्रम्प ने 2023 में अपने समर्थकों से कहा था। यह बयान उनकी बदले की राजनीति और कथित "डीप स्टेट" के खिलाफ़ अभियान को रेखांकित करता है।

अभियोजन और न्यायपालिका पर निशाना

ट्रम्प ने उन कानूनी मामलों की देखरेख करने वाले कई अधिकारियों और न्यायाधीशों पर तीखा हमला किया है, जिनमें वह स्वयं आरोपी हैं।

जैक स्मिथ (विशेष वकील): ट्रम्प ने उन्हें "मानसिक रूप से विक्षिप्त" करार दिया और उन्हें देश से बाहर निकालने की बात कही।

लेटिटिया जेम्स (न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल): उन्होंने ट्रम्प की संपत्तियों के मूल्यांकन से जुड़े मामले में मुकदमा दायर किया। ट्रम्प ने कहा कि " जेम्स पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।"

न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन: उन्होंने न्यूयॉर्क के मुकदमे की देखरेख की। ट्रम्प ने उन्हें "गिरफ्तार करने और दंडित करने" की बात कही।

एल्विन ब्रैग (मैनहट्टन डीए): ट्रम्प ने उन्हें "राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप" का दोषी ठहराया।

पूर्व सहयोगियों के खिलाफ बयान

जनरल मार्क ए. मिले: ट्रम्प ने उन्हें "देशद्रोही" कहते हुए मौत की सजा की बात कही।

माइकल कोहेन: ट्रम्प के पूर्व वकील, जिन्होंने उनके खिलाफ गवाही दी, पर उन्होंने "झूठ बोलने" और "कानूनी लागत बढ़ाने" का आरोप लगाया।

जॉन बोल्टन: उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जिन्होंने आलोचनात्मक किताब लिखी, पर ट्रम्प ने "वर्गीकृत जानकारी लीक करने" का आरोप लगाया।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेट्स पर हमला

ट्रम्प के बयान उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कड़े शब्दों में रहे हैं:

जो बिडेन और उनका परिवार: उन्होंने "बिडेन परिवार" के खिलाफ एक विशेष अभियोजक नियुक्त करने की बात कही।

हिलेरी क्लिंटन: "मैं उन्हें जेल में डाल सकता था," ट्रम्प ने 2024 में एक रैली में कहा।

नैन्सी पेलोसी: ट्रम्प ने कहा कि उन्हें "कैपिटल में सुरक्षा चूक और वीज़ा स्टॉक बेचने के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।"


मीडिया और तकनीकी कंपनियों पर हमला
ट्रम्प ने मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ़ भी आक्रामक रुख अपनाया है:

सीबीएस और अन्य मीडिया हाउस: उन्होंने इनके लाइसेंस रद्द करने की बात कही।

मार्क ज़ुकरबर्ग (मेटा के सीईओ): उन्होंने चेतावनी दी कि "अगर मेटा ने कुछ भी अवैध किया, तो ज़ुकरबर्ग को जेल में डाल दिया जाएगा।"

क्या है समर्थकों और विरोधियों की राय
ट्रम्प के बयानों को उनके समर्थकों ने "न्याय की लड़ाई" के रूप में देखा, लेकिन आलोचक इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं और कानून के शासन पर हमला मानते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि उनकी बयानबाजी उनके चुनाव अभियान को मजबूत कर सकती है, लेकिन यह संस्थागत स्थिरता के लिए जोखिम पैदा कर सकती है।
डोनाल्ड ट्रम्प के बयानों ने एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दिया है। उनके समर्थक इसे एक नई दिशा में नेतृत्व मानते हैं, जबकि विपक्ष इसे "अधिकारों के दुरुपयोग" की तैयारी कहता है। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में इस विवाद की भूमिका निर्णायक हो सकती है।


Read More
Next Story