खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला 50 मामलों में है भगोड़ा, प्रत्यर्पण की मांग करेगा भारत
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खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला 50 मामलों में है भगोड़ा, प्रत्यर्पण की मांग करेगा भारत

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में अर्श डल्ला के आपराधिक रिकॉर्ड और कनाडा में इसी तरह की अवैध गतिविधियों में उसकी संलिप्तता को देखते हुए, यह उम्मीद की जाती है कि उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित या निर्वासित किया जाएगा.


Arsh Dalla Extradition : भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वो खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स ( KTF ) के कार्यवाहक प्रमुख अर्श डल्ला को प्रत्यर्पित कर भारत लेकर आयेंगे ताकि उसके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की जा सके. डल्ला की कनाडा में गिरफ्तारी के बाद भारत की तरफ से ये प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें ये कहा गया है कि कनाडा से डल्ला के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया जायेगा. अर्श डल्ला भारत में दर्ज हत्या आदि जैसे 50 से अधिक गंभीर मामलों में भगोड़ा घोषित अपराधी है.


2023 में डल्ला को आतंकी घोषित किया था
अर्श डल्ला की बात करें तो 2023 में भारत की तरफ से उसे आतंकवादी घोषित किया गया था. जुलाई 2023 में भारत ने कनाडा सरकार से उसकी अस्थायी गिरफ्तारी का अनुरोध किया था.

विदेश मंत्रालय ने कहा प्रत्यर्पण के लिए किया जायेगा अनुरोध
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने डल्ला के सवाल पर कहा, "हालिया गिरफ्तारी के मद्देनजर हमारी एजेंसियां प्रत्यर्पण अनुरोध पर कार्रवाई करेंगी।" जायसवाल ने कहा, "भारत में अर्श डल्ला के आपराधिक रिकॉर्ड और कनाडा में इसी तरह की अवैध गतिविधियों में उसकी संलिप्तता को देखते हुए, ये उम्मीद की जाती है कि उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित या निर्वासित किया जाएगा." डल्ला को पिछले महीने के अंत में कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

आतंकवादी घोषित
जायसवाल ने कहा, "हमने 10 नवंबर से मीडिया में खालिस्तान टाइगर फोर्स के वास्तविक प्रमुख, घोषित अपराधी अर्श सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला की कनाडा में गिरफ्तारी के बारे में खबरें देखी हैं." जायसवाल ने कहा, "अर्श डल्ला हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और आतंकी गतिविधियों के 50 से ज़्यादा मामलों में भगोड़ा घोषित है, जिसमें आतंकी वित्तपोषण भी शामिल है. मई 2022 में उसके खिलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था."
जायसवाल ने कहा कि भारत ने मामले में कनाडा के अधिकारियों को अतिरिक्त जानकारी मुहैया कराई है. उन्होंने कहा, "अर्श डल्ला के संदिग्ध आवासीय पते, भारत में उसके वित्तीय लेन-देन, चल/अचल संपत्तियों, मोबाइल नंबरों आदि के विवरण को सत्यापित करने के लिए पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) के तहत कनाडा को एक अलग अनुरोध भी भेजा गया था - ये सभी जानकारी जनवरी 2023 में कनाडाई अधिकारियों को मुहैया कराई गई थी." "दिसंबर 2023 में कनाडा के न्याय विभाग ने मामले पर अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। इन प्रश्नों का उत्तर इस साल मार्च में भेजा गया."

गोलीबारी के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई
हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगी डल्ला को पिछले महीने अज्ञात शूटरों के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद कनाडा में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसे गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसकी कार और घर से अवैध हथियार बरामद किए, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
डल्ला और उसके सहयोगी गुरजंत सिंह पर 28 अक्टूबर को अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था. जांच के दौरान पुलिस को उनकी एसयूवी के ड्राइवर की तरफ और आगे की खिड़की पर गोलियों के निशान मिले. उन्होंने यात्री की सीट पर दो खोखे भी बरामद किए, जिससे पता चलता है कि गिल और सिंह ने भी जवाबी फायरिंग की थी.
दिलचस्प बात यह है कि दल्ला ने दावा किया कि एक अज्ञात वाहन उसका पीछा कर रहा था और गलती से गोली चल गई. हालांकि, एक दिन बाद, जब पुलिस ने उनके घर की तलाशी ली तो उन्हें एक टॉरस 9 एमएम हैंडगन मिली जिसमें एक भरी हुई मैगजीन थी जिसे एक बैकपैक में डाला गया था. उन्हें एक राइफल, एक शॉटगन और बंदूक, दो उच्च क्षमता वाली मैगजीन भी मिलीं.
जिसके बाद डल्ला को “इरादतन बन्दूक से गोली चलाने”, गोला-बारूद के साथ एक प्रतिबंधित बन्दूक रखने, बंदूकों की सीरियल संख्या के साथ छेड़छाड़ करने और बिना लाइसेंस के गोला-बारूद और बन्दूक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, क्योंकि बंदूक की बैरल की लंबाई 80 मिमी थी.
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि डल्ला अपनी पत्नी के साथ कनाडा के सरे में रहता है. वह कथित तौर पर जबरन वसूली, हत्या और अन्य आतंकी गतिविधियों के कई मामलों में शामिल है और उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामले दर्ज हैं. पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है.

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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