
बांग्लादेश में अराजकता के बीच आर्मी चीफ की चेतावनी, 'मोहम्मद युनुस को जल्द...'
Bangladesh political instability: जनरल वकार ने बांग्लादेश में एक गंभीर स्थिति का हवाला दिया, जहां राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष और अराजकता ने पूरे देश को घेर लिया है.
Army Chief expressed concern over Bangladesh chaos: बांग्लादेश के आर्मी प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने 25 फरवरी को बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और अराजकता की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई. उन्होंने देश की विभाजनकारी इस्लामी ताकतों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपनी गतिविधियां जारी रखीं तो गणराज्य की स्वतंत्रता और सुरक्षा संकट में पड़ सकती है. यह बयान ढाका में आयोजित एक सेना के कार्यक्रम में दिया गया, जिसमें उन्होंने देश के भीतर फैली हुई हिंसा और राजनीतिक असमंजस को स्पष्ट रूप से स्वीकार किया.
राजनीतिक संकट
जनरल वकार ने बांग्लादेश में एक गंभीर स्थिति का हवाला दिया, जहां राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष और अराजकता ने पूरे देश को घेर लिया है. शेख हसीना की सरकार के पिछले साल 5 अगस्त को गिरने के बाद बांग्लादेश के आंतरिक हालात और भी जटिल हो गए हैं. वर्तमान में मोहम्मद युनुस की नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार केवल एक दर्शक बनकर रह गई है. जबकि बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी जैसे उग्र इस्लामी समूहों के बीच हिंसा और राजनीतिक संघर्ष जारी है.
सेना की स्थिति
पुलिस और सेना पर लगातार हमलों ने बांग्लादेश की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर कर दिया है. जनरल वकार ने कहा कि राजनीतिक दलों और इस्लामी समूहों द्वारा की जा रही हिंसा से बांग्लादेश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) के निदेशक ने चेतावनी दी है कि स्थिति रमजान के दौरान और भी बिगड़ सकती है. BNP के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक़ रहमान ने जल्दी चुनाव कराए जाने की अपील की है. लेकिन फिलहाल अंतरिम सरकार की भूमिका सिर्फ नज़रंदाज़ करने वाली बन चुकी है.
आर्थिक संकट और महंगाई
बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था भी गंभीर संकट का सामना कर रही है. महंगाई दर दो अंकों में पहुंच चुकी है और बांग्लादेश की मुद्रा टाका लगातार कमजोर हो रही है. बांग्लादेश बैंक ने महंगाई पर काबू पाने के लिए नीति दर 10 प्रतिशत तक बढ़ा दी है, जिसके कारण बैंक लोन ब्याज दरें 15 प्रतिशत तक पहुंच गई हैं. इससे बांग्लादेश की प्रमुख आर्थिक गतिविधियां, जैसे मैन्युफैक्चरिंग और कपड़ा उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं. पिछले छह महीनों में लगभग 100 कपड़ा फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं, जिससे 50,000 से अधिक श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं.
राजनीतिक और श्रमिक अशांति
बांग्लादेश में बढ़ती हुई राजनीतिक और श्रमिक अशांति के कारण देशभर में विरोध-प्रदर्शन और सड़क घेराव हो रहे हैं. ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने गृह सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जाहंगीर आलम चौधरी से इस्तीफे की मांग की. इसके अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. मंत्री और दलों का कहना है कि यह अशांति अवामी लीग के निर्वासित सहयोगियों की साजिश का परिणाम है.
आतंकी समूहों का बढ़ता प्रभाव
बांग्लादेश में आतंकी समूहों और पाकिस्तान के गहरे राज्य की गतिविधियां भी चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं. इन समूहों का मुख्य उद्देश्य भारत के खिलाफ अपनी गतिविधियों को बढ़ावा देना है. यह स्थिति न केवल बांग्लादेश, बल्कि भारत और वैश्विक सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न कर रही है. पाकिस्तान बांग्लादेश की अराजकता में एक प्रमुख खिलाड़ी है, आतंकवादी समूहों के साथ मिलकर इस संकट का हिस्सा बन गया है.
जनरल वाकर की अपील
जनरल वकार ने बांग्लादेश की बिगड़ती स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि अगर बांग्लादेश को एक स्थिर और सुरक्षित भविष्य चाहिए तो मोहम्मद युनुस को जल्दी चुनाव कराने का निर्णय लेना होगा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल करने और जनता को अपने नेता चुनने का मौका देने से ही इस अराजकता का समाधान संभव है. उनका यह बयान बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को लेकर गंभीर संकेत देता है कि केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव ही देश में स्थिरता और सुरक्षा ला सकते हैं. जनरल वकार ने यह भी कहा कि अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी है कि वह देश में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाए, अन्यथा देश और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए परिणाम गंभीर हो सकते हैं.