बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का अल्टीमेटम, नागरिकों से कहा अवैध हथियार कराएं जमा
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बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का अल्टीमेटम, नागरिकों से कहा अवैध हथियार कराएं जमा

गृह मामलों के सलाहकार सखावत हुसैन ने कहा कि अधिकारी ढाका में विरोध प्रदर्शन के दौरान अर्धसैनिक बलों पर गोलियां चलाने वाले नागरिक कपड़ों में युवकों की पहचान करेंगे.


Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद अंतरिम सरकार का गठन भी हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच अंतरिम सरकार ने सोमवार (12 अगस्त) को लोगों से 19 अगस्त तक सभी अवैध हथियार जमा कराने ले किया कहा है, जिनमें हालिया हिंसा के दौरान सुरक्षा सेवाओं से लूटे गए हथियार भी शामिल हैं.


हथियार जमा नहीं कराये गए तो पुलिस करेगी कार्रवाई
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मामलों के सलाहकार एम. सखावत हुसैन ने कहा कि यदि ऐसे हथियार निकटवर्ती पुलिस थानों को वापस नहीं किए गए तो अधिकारी तलाशी अभियान चलाएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

घायल अर्ध सैनिक बलों के जवानों से मिले हुसैन
एम सखावत हुसैन ढाका के संयुक्त सैन्य अस्पताल में उन अर्धसैनिक बलों के जवानों से भी मिले, जो विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हो गए थे. उन्होंने जवानों से मुलाकात के पत्रकारों से बात करते हुए अविध हथियारों के खिलाफ शुरू किये जाने वाले अभियान के बारे में बताया.

विरोध प्रदर्शनों में 500 लोग मरे
नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हुए घातक विरोध प्रदर्शनों के बाद हसीना ने इस महीने इस्तीफा दे दिया और अपना देश छोड़ कर भारत चली आयीं. हुसैन ने कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान छात्रों सहित लगभग 500 लोग मारे गए और कई हजार अन्य घायल हो गए.

युवक ने 7.62 एमएम राइफल लूटी
उन्होंने कहा, "एक वीडियो में एक युवक को 7.62 एमएम की राइफल छीनते हुए देखा गया. राइफल वापस नहीं की गई है. अगर आपने (डर के कारण) हथियार नहीं सौंपे तो किसी और के जरिए हथियार सौंप दीजिए." डेली ने हुसैन के हवाले से कहा कि अधिकारी उस हमलावर युवक की पहचान करेंगे जिसने अर्धसैनिक बलों पर गोलीबारी की. हमलावर सिविल ड्रेस में था. इसलिए ये अभी नहीं कहा जा सकता कि वो आम नागरिक था या फिर पुलिस/सेना या अर्धसैनिक बल का जवान.

मीडिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं
हुसैन ने इस बीच मीडिया को रहत देने वाली बात भी कही. उन्होंने अपने पहले के बयान को नरम कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि मीडिया संस्थाएं गलत या भ्रामक समाचार प्रकाशित या प्रसारित करती हैं तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा, "मैंने ये बात गुस्से में कही. ये मेरा काम नहीं है." "मैं कभी भी किसी मीडिया को बंद करने का समर्थन नहीं करता."
8 जुलाई को नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने हसीना की जगह अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. देश के शासन में उनकी सहायता के लिए 16 सदस्यीय सलाहकार परिषद की घोषणा की गई.


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