
भारत-बांग्लादेश संबंधों में खटास: बांग्लादेश ने दिल्ली में वीजा सेवाएं कीं निलंबित
India-Bangladesh relation: यह कदम भारत द्वारा कुछ दिन पहले चटगांव में स्थित अपने वीज़ा आवेदन केंद्र को अस्थायी रूप से बंद किए जाने के बाद उठाया गया है।
Bangladesh visa services suspended: बांग्लादेश ने सोमवार को नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग में सभी कांसुलर और वीज़ा सेवाओं को अगली सूचना तक के लिए निलंबित कर दिया। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब एक दिन पहले बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने भारत में अपने राजनयिक मौजूदगी को 'कम करने' पर विचार किए जाने की बात कही थी। इसका कारण बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की लिंचिंग के विरोध में उच्चायोग के बाहर हुआ प्रदर्शन बताया गया है। उच्चायोग के बाहर चिपकाए गए नोटिस में कहा गया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग में सभी कांसुलर और वीज़ा सेवाएं अस्थायी रूप से अगली सूचना तक निलंबित की जाती हैं। इससे होने वाली असुविधा के लिए खेद है।
भारत की कार्रवाई के बाद बढ़ा तनाव
यह कदम भारत द्वारा कुछ दिन पहले चटगांव (चट्टोग्राम) में स्थित अपने वीज़ा आवेदन केंद्र को अस्थायी रूप से बंद किए जाने के बाद उठाया गया है। भारत ने यह फैसला वहां स्थित सहायक उच्चायोग के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के जुटने के बाद लिया था। चटगांव बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
तनावपूर्ण संबंध
नई दिल्ली और ढाका के रिश्ते अगस्त 2024 से ही तनावपूर्ण बने हुए हैं। उस समय छात्र आंदोलन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटना पड़ा था। ताजा तनाव की वजह युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की गोली मारकर हत्या बनी, जिसके बाद बांग्लादेश के राजनीतिक वर्ग के एक हिस्से ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया। शेख हसीना फिलहाल नई दिल्ली में रह रही हैं। सत्ता से हटाए जाने के बाद उन्हें देश छोड़ना पड़ा था।
बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
रविवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने उच्चायोग के बाहर हुए प्रदर्शन को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया। साथ ही कहा गया कि इस घटना को “भ्रामक प्रचार” कहकर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह शब्दावली भारत के विदेश मंत्रालय के उस बयान के जवाब में आई, जिसमें बांग्लादेशी मीडिया द्वारा प्रदर्शन को जिस तरह पेश किया गया था, उसे खारिज किया गया था।
सिलीगुड़ी में वीज़ा केंद्र में तोड़फोड़ का दावा
इस बीच बांग्लादेश के अखबार 'प्रथम आलो' ने खबर दी है कि पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में स्थित बांग्लादेश के वीज़ा केंद्र में तोड़फोड़ की गई। यह विरोध प्रदर्शन दीपू चंद्र दास नामक हिंदू व्यक्ति की लिंचिंग के खिलाफ किया गया था, जिस पर कथित तौर पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 300 प्रदर्शनकारियों में से पांच सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल वीज़ा कार्यालय के अंदर गया और कर्मचारियों से “विरोध के तौर पर” केंद्र बंद रखने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि हालात पर करीबी नजर रखी जा रही है और स्थिति सामान्य होने के बाद ही वीज़ा केंद्र को दोबारा खोलने पर फैसला लिया जाएगा।

