बांग्लादेशी PM आवास में घुसे प्रदर्शनकारी, चुराए बर्तन-कालीन; उठाया भोजन का लुत्फ, देखें VIDEO
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बांग्लादेशी PM आवास में घुसे प्रदर्शनकारी, चुराए बर्तन-कालीन; उठाया भोजन का लुत्फ, देखें VIDEO

बांग्लादेश में हो रहे उग्र प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास में जबरदस्ती घुस गए.


Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हो रहे उग्र प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास में जबरदस्ती घुस गए. ऐसे में सोशल मीडिया पर पीएम आवास में घुसे प्रदर्शनकारियों के तस्वीरें वायरल हो रहे हैं. इनमें उनको आवास के अंदर कमरों से कालीन, बर्तन चुराते हुए देखा जा रहा है.

प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के झंडे लहराते हुए पीएम हसीना के आधिकारिक निवास गणभवन के द्वार पर धावा बोल दिया. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को महल के अंदर के कमरों में घुसकर कालीन, बर्तन चुराते हुए दिखाया गया है. कुछ लोग पूर्व पीएम के घर में तस्वीरें लेने के लिए कार्यालयों के अंदर टेबल पर बैठ गए और फाइलों और दस्तावेजों को तहस-नहस कर दिया.

एक अन्य क्लिप में प्रदर्शनकारियों को महल के अंदर बिरयानी और अन्य पके हुए भोजन का आनंद लेते हुए दिखाया गया. साल 2009 से सत्ता में रहीं हसीना ने हफ्तों तक अपने इस्तीफे की मांगों को नजरअंदाज किया था. हालांकि, रविवार को अशांति के एक हिंसक दिन के बाद उन्हें भागने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 100 लोग मारे गए.

अशांति के सबसे घातक दिन में कम से कम 94 लोग मारे गए, जिनमें 14 पुलिस अधिकारी शामिल थे. प्रदर्शनकारियों और सरकार के समर्थकों ने देशभर में हिंसक झड़पों में भाग लिया, लाठी और चाकुओं का इस्तेमाल किया. जबकि सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की. पुलिस, सरकारी अधिकारियों और अस्पताल के डॉक्टरों से मिली जानकारी के आधार पर जुलाई की शुरुआत में विरोध-प्रदर्शन शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या कम से कम 300 तक पहुंच गई है.

आधिकारिक बयान के अनुसार, शनिवार को बांग्लादेशी आर्मी के चीफ वेकर ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी है. यह पहली बार नहीं है, जब देश में राजनीतिक अशांति के दौरान सेना ने हस्तक्षेप किया है. जनवरी 2007 में सेना ने आपातकाल की घोषणा की और एक सैन्य समर्थित कार्यवाहक सरकार स्थापित की, जो दो साल तक सत्ता में रही.

जानें कौन हैं सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-ज़मान

बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-ज़मान ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा की और कहा कि देश चलाने के लिए एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी. 58 वर्षीय ज़मान केवल एक महीने के लिए सेना प्रमुख के रूप में अपने पद पर थे. ज़मान ने 23 जून को तीन साल के लिए सेना प्रमुख का पद संभाला था. उनकी शादी जनरल मुहम्मद मुस्तफिजुर रहमान की बेटी साराहनाज़ कमालिका ज़मान से हुई है, जिन्होंने 1997 से 2000 तक सेना प्रमुख के रूप में कार्य किया.

ज़मान की शैक्षणिक साख में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ बांग्लादेश से रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री और किंग्स कॉलेज लंदन से रक्षा अध्ययन में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स शामिल हैं. अपनी वर्तमान भूमिका से पहले ज़मान ने छह महीने से थोड़े अधिक समय तक जनरल स्टाफ़ के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने सैन्य अभियानों, खुफिया जानकारी, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना भूमिकाओं और बजट प्रबंधन की देखरेख की. साढ़े तीन दशकों के उनके करियर में प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत सशस्त्र बल प्रभाग में प्रमुख स्टाफ़ अधिकारी के रूप में कार्यकाल भी शामिल है, जहां उन्होंने हसीना के साथ मिलकर काम किया. सेना प्रमुख ने सैन्य नेतृत्व के लिए अपने रणनीतिक और व्यावहारिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करते हुए बांग्लादेशी सेना के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

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