BRICS सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा हम युद्ध नहीं बातचीत पर करते हैं विश्वास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक संगठनों जैसे UNSC और WTO में सुधर की आवश्यकता है. BRICS का मकसद बदलाव नहीं बल्कि इन संगठनों में सुधार हैताकि विश्व को पूर्ण रूप से लाभ मिल सके.
PM Modi BRICS Summit : रूस के कजान शहर में आयोजित ब्रिक्स समिट में एक बार फिर से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शांति और कूटनीति के महत्व पर जोर देते हुए कहा की हम शांति के समर्थक हैं युद्ध के नहीं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ब्रिक्स समिट के सफल आयोजन के लिए राष्ट्रपति पुतिन की सरहाना करने के साथ साथ धन्यवाद भी किया, साथ ही ब्रिक्स से जुड़े नए साथियों का अभिवादन भी किया.
30 ट्रिलियन से भी ज्यादा की इकॉनमी है BRICS
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले समय में BRICS कई उपलब्धियां हासिल करेगा. ब्रिक्स 30 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा बड़ी इकॉनमी है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने युद्ध, आर्थिक अनिश्चितता, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी कई चुनौतियां खड़ी हैं. दुनिया को उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम में बांटने की बात हो रही है. आईटी के इस युग में साइबर सिक्यूरिटी, AI, डीप फेक, दुष्प्रचार जैसी नई चुनौतियां सामने आई हैं. जिसे लेकर सकारात्मक हल खोजने की जरुरत है. ब्रिक्स को इन सभी चुनौतियों का सामना करने में रचनात्मक भूमिका निभानी होगी.
सबसे ज्यादा जरुरी है कि ब्रिक्स को एक ऐसा समूह का दर्जा हासिल करना होगा जो जनहित में काम करने के लिए जाना जाए न कि विभाजनकारी ताकत के तौर पर.
युद्ध नहीं शांति का समर्थन करते हैं हम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'हम बातचीत का समर्थन करते हैं युद्ध का नहीं'. उन्होंने शांति और कूटनीति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ब्रिक्स में सम्मिलित देशों को मिलकर सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए काम करना चाहिए. जिस तरह हमने मिलकर कोविड जैसी चुनौती को हराया, उसी तरह हम आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं.
BRICS में शामिल नए देशों का किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में BRICS में शामिल हुए नए देशों का भी स्वागत किया और कहा कि हम सबको मिलकर ये सुनिश्चित करना होगा कि सभी निर्णय सर्वसम्मति से हों. इसके साथ ही BRICKS के संस्थापक सदस्यों के विचारों का सम्मान किया जाये.
UNSC और WTO में सुधार की बात कही
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ( UNSC ) और विश्व व्यापर संगठन ( WTO ) में सुधार का आवाहन किया. हालाँकि उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि BRICS का उद्देश्य इन संस्थानों में बदलाव नहीं बल्कि उन्हें और अधिक प्रभावी बनाना है. उन्होंने ये भी कहा कि हमें इस बात का भी ध्यान रखन होगा कि किसी को ऐसा न लगे हम लोग इन वैश्विक संगठनों को बदलना चाहते हैं, हम सिर्फ सुधार की बात कर रहे हैं.
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