
मार्क कार्नी को क्यों भारत- चीन से लग रहा डर, चुनाव में दखल की जताई आशंका
कनाडा के मौजूदा पीएम मार्क कार्नी का मानना है कि 28 अप्रैल को होने वाले चुनाव में भारत और चीन दखल दे सकते है। इसके लिए एआई तकनीक की मदद ली जा सकती है।
कनाडा, जहां 28 अप्रैल को नई सरकार के लिए चुनाव होने वाले हैं। इसके बीच कनाडा के पीएम मार्क कार्नी को चुनावी प्रक्रिया में नई दिल्ली और बीजिंग द्वारा हस्तक्षेप किए जाने की आशंका है। इसके अलावा, रूस और पाकिस्तान भी ऐसा करने की क्षमता रखते हैं। यह जानकारी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) के हवाले से दी गई है।
CSIS के इन आरोपों का समय ऐसे दौर में आया है जब भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। भारत कनाडा पर अपने यहां अलगाववादी तत्वों पर लगाम न लगाने का आरोप लगा रहा है, जबकि कनाडा ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया है।
एआई के जरिए दखल देने की आशंका
रॉयटर्स से बात करते हुए CSIS की उप निदेशक वेनेसा लॉयड ने कहा कि चीन कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप कर सकता है। उन्होंने कहा, "पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) अत्यधिक संभावना है कि एआई-सक्षम उपकरणों का उपयोग करके कनाडा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का प्रयास करेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने यह भी देखा है कि भारत सरकार कनाडाई समुदायों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने की मंशा और क्षमता रखती है।" लॉयड ने कहा कि विदेशी हस्तक्षेप गतिविधियों और चुनाव परिणामों के बीच सीधा संबंध स्थापित करना अक्सर मुश्किल होता है, लेकिन ऐसी गतिविधियाँ कनाडा की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थानों में जनता के विश्वास को कमजोर कर सकती हैं।
लॉयड ने रूस और पाकिस्तान का भी उल्लेख किया, यह कहते हुए कि ये दोनों देश भी कनाडा के खिलाफ विदेशी हस्तक्षेप गतिविधियां कर सकते हैं।
भारत और चीन की प्रतिक्रिया बाकी
भारत और चीन ने अभी तक इन आरोपों पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, इससे पहले दोनों देश ऐसे किसी भी हस्तक्षेप के आरोपों को खारिज कर चुके हैं।इससे पहले, जनवरी में, भारत ने एक कनाडाई आयोग की उस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया था, जिसमें विदेश मंत्रालय (MEA) पर कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि 2019 और 2021 के चुनावों में भारत और चीन के कथित हस्तक्षेप पर कनाडा की प्रतिक्रिया धीमी थी।
MEA ने अपने जवाब में कहा था कि "वास्तव में कनाडा ही लगातार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। इससे अवैध प्रवास और संगठित आपराधिक गतिविधियों का माहौल बना है। हम इस रिपोर्ट में भारत पर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हैं और उम्मीद करते हैं कि अवैध प्रवास को बढ़ावा देने वाली प्रणाली को और बढ़ावा नहीं दिया जाएगा।" यह बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने दिया था।