हमास ने इजराइल को सौंपी रिहा होने वाले तीन बंदियों की सूची, संघर्ष विराम लागू
शनिवार को इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने युध्विरम लागू करने से पहले हमास से रिहा होने वाले बंदियों की सूची जारी करने के लिए कहा था, जब तक सूची जारी नहीं होती तब तक युद्ध विराम नहीं होगा।
Israel Hamas Peace Accord : कुछ संशयों के बाद आखिरकार इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम शुरू हो गया है। संघर्ष विराम लागू करने के लिए हमास ने आज छोड़े जाने वाले तीन इसरायली बंधको के नाम की सूची जारी की, जिसके बाद इजराइल युद्ध विराम के लिए राज़ी हुआ। हालाँकि इस संघर्ष विराम को शुरू होने में कुछ घंटो की देरी जरुर हुई, लेकिन अब जब ये संघर्ष विराम शुरू हो गया है तो सबको इस क्षेत्र में शांति की उम्मीद है। रविवार को गाजा में संघर्ष विराम स्थानीय समयानुसार सुबह 11:15 बजे (09:15 GMT और 2:45 PM IST) लागू हुआ। इस प्रक्रिया में लगभग तीन घंटे की देरी हुई।
देरी के दौरान बढ़े हमले
गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने ये दावा किया है कि संघर्ष विराम जारी होने से पहले इजरायल द्वारा हमले किये गए, जिसमें आठ लोग मारे गए और 25 घायल हुए। प्रवक्ता महमूद बसल के अनुसार, गाजा के उत्तरी हिस्से में तीन और गाजा शहर में पांच लोग इन हमलों में अपनी जान गवां बैठे। इजरायली सेना ने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू के निर्देश के बाद हमले जारी रखे गए।
बंधकों की रिहाई में देरी का कारण
हमास ने संघर्ष विराम के तहत रिहा किए जाने वाले पहले तीन इजरायली बंधकों के नाम अंतिम समय में जारी किए। संगठन ने देरी के लिए "तकनीकी कारणों" और "बमबारी की जटिलताओं" को जिम्मेदार ठहराया। इजरायली पक्ष ने सूची मिलने के बाद "विवरणों की जांच" की पुष्टि की।
नेतन्याहू का बयान और शर्तें
ज्ञात रहे कि संघर्ष विराम को लेकर शनिवार देर रात उस समय संशय उत्पन्न हो गया, जब इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ये कहा कि संघर्ष विराम की शर्त के मुताबिक हमास को उन बंधकों के नाम की सूची जारी नहीं करता तब तक युद्ध विराम लागू नहीं होगा। इस बात के बाद संघर्ष विराम को लेकर संशय पैदा हो गया था। इसके बाद, तीन इजरायली महिलाओं की रिहाई की सूची साझा की गई और संघर्ष विराम शुरू किया गया।
स्थिति की गंभीरता
संघर्ष विराम लागू होने से पहले तक हमास और इजरायल के बीच तनाव अपने चरम पर था। इस संघर्ष ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मानवीय संकट पैदा कर दिया। हालांकि संघर्ष विराम लागू हो गया है, लेकिन इसकी स्थिरता को लेकर अब भी संदेह बरकरार है और देखने वाली बात ये होगी कि आखिर ये शांति कब तक बरकरार रहेगा।
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