
UN के भाषण में ट्रंप का भारत और चीन पर बड़ा आरोप, रूस-यूक्रेन युद्ध का प्रमुख फंडर बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि अगर उस समय वह राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध शुरू ही नहीं होता।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए कहा कि चीन और भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखकर यूक्रेन में जारी युद्ध के “प्रमुख फंडर” बने हुए हैं।
ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, “चीन और भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखकर इस युद्ध के मुख्य फंडर बने हुए हैं।” उन्होंने यहां तक दोहराया कि “सात महीने में सात युद्ध खत्म करने” का उनका दावा सही है।
भारत और चीन पर ट्रंप का यह बड़ा हमला उस समय आया है जब उन्होंने NATO पर भी रूस के युद्ध को फंड करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर उस समय वह राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध शुरू ही नहीं होता।
उन्होंने यूरोप को चेतावनी दी, “उन्हें तुरंत रूस से ऊर्जा की खरीद बंद करनी होगी। वरना हम सब बहुत समय बर्बाद कर रहे हैं।”
यह बयान राष्ट्रपति ट्रंप का अपने दूसरे कार्यकाल में UN मंच से पहला बड़ा संबोधन है। यह ऐसे समय आया है जब उनकी सरकार ने रूस से तेल खरीदने पर भारत पर अतिरिक्त 25% शुल्क लगाया, जिससे कुल शुल्क 50% हो गया, जो दुनिया में सबसे अधिक में गिना जा रहा है।
ट्रंप ने रूसी तेल खरीद पर क्या कहा?
यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध कुछ ही दिनों में खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन खराब नेतृत्व के कारण यह तीन साल से अधिक चला।
उन्होंने कहा, “जिन सात युद्धों को मैंने खत्म किया, मुझे लगा यह सबसे आसान होगा क्योंकि मेरा राष्ट्रपति पुतिन के साथ हमेशा अच्छा रिश्ता रहा है। यह युद्ध कुछ ही दिनों में, हफ्ते भर से भी कम समय में खत्म हो जाना चाहिए था। लेकिन वे साढ़े तीन साल से लड़ रहे हैं।”
इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन और भारत को रूस से तेल खरीदने के लिए जिम्मेदार ठहराया और NATO देशों को भी रूस से ऊर्जा उत्पाद खरीदने पर लपेटा।
ट्रंप ने कहा, “अब सिर्फ एक सवाल बचा है कि दोनों ओर से और कितनी जिंदगियां बेवजह खत्म होंगी। चीन और भारत इस युद्ध के प्रमुख फंडर हैं क्योंकि वे रूस से तेल खरीदना जारी रखे हुए हैं। यहां तक कि NATO देशों ने भी रूस से ऊर्जा उत्पादों की खरीद पूरी तरह बंद नहीं की है।”
उन्होंने “खूनखराबा जल्दी खत्म करने” के लिए एक और कड़े टैरिफ राउंड की धमकी दी।
उन्होंने कहा, “युद्ध खत्म करने के लिए, अमेरिका बेहद शक्तिशाली और कठोर टैरिफ लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे यह खूनखराबा बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने “7 महीने में 7 युद्ध खत्म करने” के दावे को भी दोहराया। इसमें भारत-पाकिस्तान संघर्ष को भी गिनाया गया, जबकि भारत ने बार-बार किसी भी तरह की मध्यस्थता को नकारा है।
उन्होंने कहा, “सिर्फ 7 महीनों में मैंने 7 ऐसे युद्ध खत्म किए जिन्हें असंभव कहा जाता था। कुछ 31 साल से चल रहे थे, एक तो 36 साल से। मैंने 7 युद्ध खत्म किए और उनमें हजारों लोग मारे जा रहे थे।”
ट्रंप ने जिन संघर्षों का ज़िक्र किया उनमें शामिल थे कंबोडिया और थाईलैंड, सर्बिया, कांगो और रवांडा, पाकिस्तान और भारत, इज़राइल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, आर्मेनिया और अज़रबैजानो।