ट्रंप ने फिर अलापा भारत-पाक युद्ध रुकवाने का राग, टैरिफ को बताया हथियार
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ट्रंप ने फिर अलापा भारत-पाक युद्ध रुकवाने का राग, टैरिफ को बताया हथियार

डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दावा किया कि उन्होंने टैरिफ की ताकत से भारत-पाकिस्तान का परमाणु युद्ध रोका। भारत ने कहा, संघर्ष विराम DGMO वार्ता से तय हुआ, बाहरी दबाव नहीं था।


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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने परमाणु शक्तियों वाले भारत और पाकिस्तान के बीच इस वर्ष की शुरुआत में छिड़े संघर्ष को टैरिफ की मदद से समाप्त कराया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, अगर मेरे पास टैरिफ लगाने की शक्ति नहीं होती, तो आज सात में से कम से कम चार युद्ध चल रहे होते। मैं युद्ध रोकने के लिए टैरिफ का इस्तेमाल करता हूं। आप भारत और पाकिस्तान को देखिए वे युद्ध के लिए तैयार थे। सात विमान गिराए गए थे। दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देश आमने-सामने थे। मैं नहीं बताना चाहता कि मैंने क्या कहा था, लेकिन जो कुछ कहा, वह बेहद प्रभावी था। वे रुक गए और यह सब टैरिफ की वजह से हुआ।

ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका एक शांति रक्षक देश है, क्योंकि टैरिफ न केवल उसे अरबों डॉलर की कमाई कराता है, बल्कि युद्धों को रोकने में भी मदद करता है।टैरिफ अमेरिका के लिए बेहद अहम हैं। हम टैरिफ की वजह से सैकड़ों अरब डॉलर कमा रहे हैं, और इसी वजह से हम शांति बनाए रखने में सक्षम हैं।

पहले भी कर चुके हैं ऐसा दावा

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसा बयान दिया हो।पिछले महीने व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ एक निजी डिनर के दौरान भी उन्होंने कहा था हमने कई युद्धों को रोका है। और ये गंभीर संघर्ष थे भारत और पाकिस्तान का मामला वास्तव में बहुत गंभीर था। दोनों परमाणु संपन्न देश एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे। यह एक नए तरह का युद्ध लग रहा था। विमान गिराए जा रहे थे चार या पांच नहीं, बल्कि मुझे लगता है पांच जेट वास्तव में गिराए गए थे।

भारत का जवाब

हालांकि, भारत ने लगातार यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की समझौता दोनों देशों की सेनाओं के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच प्रत्यक्ष बातचीत के बाद हुआ था, न कि किसी तीसरे देश के हस्तक्षेप से।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में स्पष्ट रूप से कहा था कि भारत को किसी देश के नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा था।

जब बढ़ा भारत-पाक तनाव

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुए एक भीषण आतंकवादी हमले के बाद बढ़ा था।पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा पहलगाम में किए गए इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।इसके जवाब में भारत ने 7 मई को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया।

इस अभियान में भारतीय वायुसेना (IAF) ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के अंदर नौ बड़े आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए।पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के रूप में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली (Air Defence Systems) ने सभी incoming खतरों को सफलतापूर्वक रोक दिया।

तनाव बढ़ने पर, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेसों पर सटीक हमले (precision strikes) किए, जिनमें नूर खान और रहीम यार खान जैसे सामरिक ठिकाने भी शामिल थे।

भारत की ओर से कोई जनहानि या ढांचागत क्षति की सूचना नहीं मिली,लेकिन भारतीय सेना ने सीमा पार की गई कार्रवाई के सबूत और नुकसान की तस्वीरें सार्वजनिक कीं।इन अभियानों में IAF की अत्याधुनिक वायु रक्षा क्षमताओं ने निर्णायक भूमिका निभाई,जिससे न केवल भारतीय हवाई क्षेत्र की रक्षा हुई, बल्कि कई पाकिस्तानी UAV और ड्रोन खतरे भी निष्क्रिय किए गए।

डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को लेकर अब फिर से चर्चा शुरू हो गई है क्या वास्तव में उनकी टैरिफ नीति ने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को थामने में कोई भूमिका निभाई थी,या यह उनके राजनीतिक बयानों की एक और रणनीतिक चाल थी?

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