
भारत टैरिफ घटाने पर सहमत, समझें डोनाल्ड ट्रंप के बयान के मायने
Donald Trump ने कहा कि भारत हमसे बहुत अधिक टैरिफ़ लेता है, इतना ज्यादा कि आप वहां कुछ भी नहीं बेच सकते.
India reduce tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को भारत के साथ व्यापार संबंधों पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत ने अमेरिकी आयात पर लगाए गए टैरिफ को घटाने पर सहमति जताई है. उनका यह बयान इस बात को लेकर था कि वह भारत को अमेरिकी उत्पादों पर 'ज्यादा टैरिफ' लगाने के लिए उजागर कर रहे हैं.
व्हाइट हाउस में 6 मार्च 2025 को एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करने के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत हमसे बहुत अधिक टैरिफ़ लेता है, इतना ज्यादा कि आप वहां कुछ भी नहीं बेच सकते. हालांकि, अब भारत अपने टैरिफ़ को घटाने पर सहमत हो गया है. क्योंकि कोई उन्हें उनके असल कामों के लिए उजागर कर रहा है. यह ट्रंप की भारत के टैरिफ़ पर तीसरी टिप्पणी थी. उनके यह बयान उस समय आए जब भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक के साथ व्यापार वार्ता के लिए वाशिंगटन में थे.
व्यापार समझौते की संभावना
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को इस संबंध में एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) दोनों देशों के व्यापार संबंधों को मजबूत करने में मदद कर सकता है. दोनों सरकारें एक बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा कर रही हैं. इस समझौते के माध्यम से हमारा उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को बढ़ावा देना, बाजारों तक पहुंच को आसान बनाना, टैरिफ़ और गैर-टैरिफ़ बाधाओं को कम करना और दोनों देशों के बीच आपूर्ति श्रृंखला को और एकीकृत करना है.
कृषि व्यापार खोलने की अपील
हावर्ड लुटनिक ने यह भी कहा कि भारत में अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ़ वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक हैं. उन्होंने भारत से अपील की कि वह अपने व्यापारिक दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करे, खासकर कृषि उत्पादों को लेकर. उनका कहना था कि दोनों देशों के बीच “विशेष” संबंध हैं और यह समय है कि भारत अपने कृषि क्षेत्र को आयात के लिए खोलने पर विचार करे. भारत को समझना होगा कि आपके सरकार को आपके बाजार की अच्छी समझ है और हम भी अपने बाजार को समझते हैं. असल में, कुंजी यह है कि हम दोनों मिलकर एक ऐसा समाधान ढूंढें जो दोनों के लिए फायदेमंद हो. विशेष रूप से, भारतीय कृषि बाजार को खोलना आवश्यक है.