Donald Trump
x

क्या गाजा पर होने जा रहा बड़ा फैसला, हमास-यूएस में गुप्त बातचीत-रिपोर्ट

डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बंधकों को वो जल्द रिहा करे। बताया जा रहा है कि हमास के साथ गुप्त बातचीत की भनक इजरायल को भी नहीं लगी।


US Hamas Secret Talk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने गाजा में हमास नेताओं के साथ गुप्त बातचीत की है। यह वार्ता बेहद गोपनीय तरीके से हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य गाजा में बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करना था। Axios ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है।

इजरायल को भी नहीं थी जानकारी
रिपोर्ट के अनुसार, इस वार्ता की जानकारी इजरायल को पहले से नहीं दी गई थी। यह पहली बार है जब अमेरिका और हमास के बीच प्रत्यक्ष बातचीत हुई है। गौरतलब है कि अमेरिका ने 1997 में हमास को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया था और तब से उसके साथ किसी भी प्रकार के संपर्क से इनकार करता आया है।

सूत्रों के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के बंधक मामलों के दूत, एडम बोहलर, ने पिछले हफ्ते कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं के साथ बातचीत की। हालांकि, अमेरिका ने इजरायल को हमास से बातचीत की संभावना के बारे में बताया था, लेकिन इस विशेष वार्ता की जानकारी इजरायल को अन्य माध्यमों से प्राप्त हुई। चर्चा मुख्य रूप से अमेरिकी बंधकों की रिहाई पर केंद्रित थी, लेकिन इसमें गाजा में दीर्घकालिक शांति समझौते पर भी विचार किया गया।

हमास के कब्जे में 59 बंधक

फिलहाल, हमास के कब्जे में 59 बंधकों के होने की खबर है, जिनमें पांच अमेरिकी नागरिक शामिल हैं। अमेरिका अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। अमेरिकी प्रशासन की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि गाजा में युद्धविराम और बंधक समझौते का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो चुका है, लेकिन इसे आगे बढ़ाने पर अभी तक कोई सहमति नहीं बनी है। हालांकि, युद्ध दोबारा शुरू नहीं हुआ है, लेकिन इजरायल ने गाजा जाने वाली मानवीय सहायता को रोक दिया है।

व्हाइट हाउस के विशेष दूत स्टीव विट्कॉफ को युद्धविराम वार्ता पर चर्चा के लिए कतर के प्रधानमंत्री से मुलाकात करनी थी, लेकिन हमास की ओर से कोई रुचि न दिखाए जाने के कारण उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी। इन परिस्थितियों के बीच, अमेरिका और हमास के बीच गुप्त बातचीत की खबर सामने आई है। ट्रंप प्रशासन का यह कदम पिछली अमेरिकी सरकारों के रुख से अलग है। इस सीधी वार्ता से न केवल बंधकों की रिहाई की उम्मीद बढ़ी है, बल्कि गाजा में स्थायी शांति की संभावनाएं भी मजबूत हुई हैं।

Read More
Next Story