
डोनाल्ड ट्रंप का ग़ुस्सा फूटा, 'इज़राइल-ईरान दोनों ने किया सीजफायर उल्लंघन'
ईरान और इज़राइल में टकराव के बीच ट्रंप ने इज़राइल को हमले से रोका। ईरान ने मिसाइल हमले से इनकार किया वहीं कतर ने परमाणु वार्ता फिर शुरू करने की अपील की।
ईरान और इज़राइल के बीच जारी टकराव ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात करने के तुरंत बताया कि हमने तेहरान के पास एक रडार साइट को निशाना बनाकर हमला किया है। हालांकि, नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि इज़रायली सेना ने इस रडार ठिकाने पर हमले के बाद कोई और सैन्य कार्रवाई नहीं की, ताकि युद्धविराम का सम्मान बना रहे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइली प्रधानमंत्री कार्यालय ने दावा किया कि ईरान ने सुबह 07:06 बजे इज़राइल पर पहली मिसाइल दागी, और फिर 10:25 बजे दो और मिसाइलें छोड़ी जबकि इससे पहले ही युद्धविराम की घोषणा हो चुकी थी। इज़राइल का कहना है कि ये हमले युद्धविराम का उल्लंघन हैं, और उनका जवाब देना ज़रूरी था। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस पर इज़राइल की सराहना करते हुए कहा कि इज़राइल ने अपने सभी सैन्य लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है और युद्धविराम अब स्थिरता की ओर बढ़ रहा है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस से NATO सम्मेलन के लिए हेग रवाना होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा उन्होंने (ईरान और इज़राइल) युद्धविराम का उल्लंघन किया है। और हां, इज़राइल ने भी किया है। मैं इज़राइल से खुश नहीं हूं। ट्रंप ने इज़राइल को आगाह किया कि अगर उन्होंने ईरान पर और हमले किए तो यह युद्धविराम की खुली अवहेलना होगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, इज़राइल, बम मत गिराओ। अगर गिराए तो ये बड़ा उल्लंघन होगा। अपने पायलटों को घर वापस बुलाओ अभी!
ईरान द्वारा सोमवार को कतर स्थित अमेरिकी वायुसेना के अल उबैद एयरबेस पर मिसाइल दागने के बाद कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद अल थानी ने बयान दिया कि यह हमला कतर-ईरान द्विपक्षीय संबंधों पर गहरी चोट है।हालांकि कतर ने यह भी उम्मीद जताई कि रिश्ते सामान्य हो सकते हैं, क्योंकि ईरान ने इस हमले से पहले चेतावनी दी थी और इस वजह से कोई जनहानि नहीं हुई। घटना के कुछ घंटों के भीतर ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा कर दी।
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कतर के प्रधानमंत्री ने अमेरिका और ईरान से तत्काल परमाणु वार्ता फिर शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका और ईरान से अपील करते हैं कि वे तुरंत परमाणु वार्ता की मेज पर लौटें और एक कूटनीतिक समाधान खोजें।
ईरान और इज़राइल के बीच चल रही लड़ाई ने अब क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अब दोनों पक्षों पर दबाव डाल रहे हैं और स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि अगर युद्धविराम टूटा, तो अमेरिका किसी भी पक्ष की अंध समर्थन की नीति नहीं अपनाएगा। वहीं, कतर की स्थिति ने साफ कर दिया है कि इस टकराव का असर अब खाड़ी देशों के आपसी रिश्तों पर भी पड़ रहा है।