डोनाल्ड ट्रंप रोकेंगे यूक्रेन-रूस जंग? जेलेंस्की को लेकर आखिर क्या है उनकी राय
डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक और कार्यकाल के लिए चुनाव जीत लिया है. ट्रंप के फिर से चुने जाने से यूक्रेन-रूस जंग पर क्या असर होगा. इस पर बहस छिड़ गई है.
US presidential elections: डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक और कार्यकाल के लिए चुनाव जीत लिया है. उन्होंने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में निर्णायक जीत हासिल की है. हालांकि, ट्रंप के फिर से चुने जाने से यूक्रेन-रूस जंग और गाजा में चल रहे युद्धों पर क्या असर होगा. इस पर गहन बहस छिड़ गई है. अब दुनिया भर के नेता और विषेषज्ञ ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके प्रशासन की नीतियां इन युद्ध क्षेत्रों में अमेरिकी भागीदारी को कैसे नया रूप दे सकती है?
अपने विजय भाषण में ट्रंप ने कहा था कि 'मैं युद्ध शुरू नहीं करने जा रहा हूं, मैं युद्ध रोकने जा रहा हूं...हमारे बीच कोई युद्ध नहीं हुआ, चार साल तक हमारे बीच कोई युद्ध नहीं हुआ. सिवाय इसके कि हमने ISIS को हराया.'
ट्रंप की जीत का रूस-यूक्रेन युद्ध पर असर
ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि अगर वे फिर से चुने जाते हैं तो वे "24 घंटे में यूक्रेन में युद्ध समाप्त कर देंगे". हालांकि, उन्होंने अभी तक अपनी योजना के बारे में विस्तार से नहीं बताया है. विश्लेषकों का अनुमान है कि ट्रंप की रणनीति में कीव पर रूस के साथ समझौता करने के लिए दबाव डालना शामिल हो सकता है, जिसमें संभवतः मास्को को क्षेत्रीय रियायतें शामिल हैं. उनके रुख ने यूक्रेनी अधिकारियों और नाटो सहयोगियों के बीच चिंता बढ़ा दी है, जो यूक्रेन के प्रतिरोध के लिए महत्वपूर्ण सैन्य सहायता में संभावित रुकावट से डरते हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक्स पर एक पोस्ट में ट्रम्प को उनकी जीत पर बधाई दी और सितंबर में न्यूयॉर्क में उनकी मुलाकात को याद किया. फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से अमेरिका ने यूक्रेन को 108 बिलियन डॉलर से अधिक की सहायता आवंटित की है. जैसा कि कील इंस्टीट्यूट ऑफ द वर्ल्ड इकोनॉमी के अनुसार है. इस आंकड़े में सैन्य, मानवीय और आर्थिक सहायता शामिल है. डोनबास और दक्षिणी यूक्रेन दोनों में रूसी अग्रिमों को रोकने के लिए कीव की इस सहायता पर निर्भरता आवश्यक रही है. इस सहायता में कोई भी कमी या समाप्ति यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को काफी कमजोर कर देगी.
ट्रंप ने ज़ेलेंस्की की भी आलोचना की है. उन्हें इतनी बड़ी सहायता हासिल करने के लिए “पृथ्वी पर सबसे बड़ा विक्रेता” कहा है. उनके साथी उम्मीदवार जेडी वेंस ने लगातार सहायता के बारे में ट्रंप के संदेह को दोहराया और सुझाव दिया कि अमेरिका को कीव को रूस के साथ शांति समझौते के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. इस सख्त रुख के कारण यूक्रेन और यूरोप में कुछ लोगों को चिंता है कि दूसरा ट्रंप प्रशासन कीव पर क्षेत्रीय रियायतें देने का दबाव डाल सकता है.