रफाह में हमास के हमले में गयी इजराइल के 8 सैनिकों की जान
x

रफाह में हमास के हमले में गयी इजराइल के 8 सैनिकों की जान

पिछले आठ महीने से जारी युद्ध में कुछ महीनों में अब तक का सबसे घातक हमला, इसरायली सेना के अनुसार हमास ने एंटी टैंक मिसाइल जैसे हथियार का किया इस्तेमाल


Israel Hamas War: गाजा पर जारी इसरायली हमलों के बीच हमास ने भी हमला किया है, जिसमें आठ इसरायली सैनिकों की मौत हो गयी. ये हमला दक्षिणी गाजा के रफाह शहर में हुआ. जिसके बाद इजराइल और हमास के बीच तनाव तो ज्यादा बढ़ा ही है, साथ ही युद्ध विराम की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है. हमास द्वारा किया गया ये हमला पिछले कई महीनों में किये गए हमलों की तुलना में काफी घातक माना जा रहा है.

इजराइली सेना के अनुसार ये विस्फोट रफाह के तल अल-सुल्तान क्षेत्र में शाम पांच बजे हुआ. इजराइली सेना के प्रवक्ता रीयर एड.डेनियल हगारी ने कहा कि ये धमाका हमास द्वारा लगाये गये किसी विस्फोटक या एंटीटैंक मिसाइल से किया गया.

रफाह शहर की बात करें तो ये दक्षिणी गाजा में स्थित है और इजरायल इस शहर को हमास की मजबूत पकड़ वाला आखिरी गढ़ मानता है. इजराइल की बात करें तो 7 अक्टूबर के बाद से लगातार हमास पर हमले जारी हैं. इस दौरान कई हमलों में फिलिस्तीन के आम नागरिकों की भी मौत हुई है. फिलिस्तीन की ओर से लगातार युद्ध विराम की मांग की जा रही है, तो वहीँ इजराइल में भी इस युद्ध को लेकर नाराज़गी है, जिसकी वजह इसराली सैनिको की मौत भी है.


इजराइल में उठ रही संघर्ष विराम की मांग में आएगी तेजी

इजराइल सरकार को इस युद्ध के चलते आन्तरिक विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह है इजराइल में हो रहे प्रदर्शन जो संघर्ष विराम की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस युद्ध में उनके सैनिकों को भी अपनी जान गवानी पड़ रही है, जो इजराइल के ही नागरिक हैं.

इजराइल और हमास के बीच ये युद्ध 7 अक्टूबर 2023 में शुरू हुआ था. अब इस युद्ध को शुरू हुए आठ महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.

इजराइल के विदेश मंत्री ने सैनिकों की शहीदी को किया नमन

दक्षिणी गाजा के रफाह शहर में हुए हमले में मारे गए इसरायली सैनिकों को लेकर इजराइल के विदेश मंत्री कात्ज़ ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘‘ शनिवार काफी कठिन दिन साबित हुआ. हमारे 8 बेटों ने शहादत दी. वे जानते थे कि उन्हें अपनी जान कुर्बान करनी पड़ सकती है, लेकिन उन्होंने ऐसा किया ताकि हम इस देश में रह सकें. मैं उन्हें नमन करता हूं और उनके परिवारों को गले लगाता हूं.’’

Read More
Next Story