भारत का आरोप गुप्त और गैरकानूनी परमाणु गतिविधियां में लिप्त है पाकिस्तान
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भारत का आरोप गुप्त और गैरकानूनी परमाणु गतिविधियां में लिप्त है पाकिस्तान

विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के कथित परमाणु परीक्षणों पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामाबाद के गुप्त प्रसार के इतिहास का हवाला दिया.


India On Pak Nuclear: भारत ने शुक्रवार (7 नवंबर) को पाकिस्तान पर गैरकानूनी परमाणु गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि गुप्त परमाणु कार्यक्रम इस्लामाबाद के इतिहास का हिस्सा रहे हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने यह टिप्पणी उस सवाल के जवाब में की, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे का ज़िक्र था कि पाकिस्तान परमाणु परीक्षण कर रहा है। पाकिस्तान ने ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह न तो पहला देश था जिसने परमाणु परीक्षण किया और न ही वह इसे फिर से शुरू करने वाला पहला देश होगा।



विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान की ऐसी गतिविधियों की ओर दिलाता रहा है। जायसवाल ने कहा कि गुप्त और अवैध परमाणु गतिविधियां पाकिस्तान के इतिहास के अनुरूप हैं, जो तस्करी, निर्यात नियंत्रण उल्लंघन, गुप्त साझेदारियों, ए.क्यू. खान नेटवर्क और परमाणु प्रसार से जुड़ा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तान के ऐसे रिकॉर्ड पर वैश्विक समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। इसी संदर्भ में हमने राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों को संज्ञान में लिया है।

क्या कहा था ट्रंप ने:
ट्रंप ने सीबीएस न्यूज़ के कार्यक्रम 60 मिनट्स में दावा किया कि जहां अमेरिका ने पिछले 30 वर्षों से परमाणु परीक्षण नहीं किया है, वहीं पाकिस्तान समेत कुछ देश अब भी भूमिगत परीक्षण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हम भी परीक्षण करेंगे क्योंकि वे करते हैं। उत्तर कोरिया, पाकिस्तान – ये सभी गहराई में भूमिगत परीक्षण करते हैं ताकि इसका पता न चले, केवल हल्का कंपन महसूस होता है।”
इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने कहा कि उसने कभी बिना सूचना के परीक्षण नहीं किए और वह ऐसे किसी कदम को फिर से शुरू करने वाला पहला देश नहीं होगा। ट्रंप ने रूस और चीन पर भी गुप्त परमाणु परीक्षणों का आरोप लगाया।

अफगानिस्तान में भारत का रुख:
जायसवाल ने बताया कि भारत वर्तमान में काबुल स्थित अपने दूतावास (पूर्व तकनीकी मिशन) के कामकाज और जिम्मेदारियों की समीक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा, हाल में अफगान विदेश मंत्री भारत आए थे और दोनों देशों के बीच विकास सहयोग पर बातचीत हुई। हमारी तकनीकी मिशन को अब दूतावास का दर्जा दिया गया है और इसके कार्यक्षेत्र व स्टाफ को बढ़ाने पर विचार चल रहा है।

क्वाड पर भारत की स्थिति:
क्वाड गठबंधन को लेकर जायसवाल ने कहा कि यह चारों सदस्य देशों के लिए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा का महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुंबई में इंडिया मेरीटाइम वीक और क्वाड पोर्ट्स ऑफ द फ्यूचर सम्मेलन आयोजित किया गया।
ट्रंप के भारत दौरे से जुड़े सवाल पर जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर इस समय मेरे पास साझा करने के लिए कुछ नहीं है। जब कोई जानकारी होगी, तो हम बताएंगे।


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