कनाडा में सिख अलगाववादियों पर हमलों से सम्बंधित रिपोर्ट में अमित शाह का नाम !
रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा में सिखों पर हमलों में शाह की कथित संलिप्तता की जानकारी शीर्ष कनाडाई अधिकारियों ने 12 अक्टूबर को सिंगापुर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ साझा की थी।
Canada India Row : कनाडा द्वारा हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर जिस तरह से बगैर किसी ठोस प्रमाण के भारत सरकार को घसीटा गया है, उसी के आधार पर वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट का उल्लेख किया है. रिपोर्ट शीर्ष कनाडाई अधिकारियों और भारत सरकार के बीच हुई बातचीत के हवाले से है, जिसमें ये दावा किया गया है कि गृह मंत्री अमित शाह और एक वरिष्ठ रॉ अधिकारी ने कथित तौर पर कनाडा में सिख अलगाववादियों के खिलाफ 'खुफिया जानकारी जुटाने के मिशन और हमलों को अधिकृत किया'.
वाशिंगटन पोस्ट पर भारत ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के शीर्ष सुरक्षा और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने 12 अक्टूबर को सिंगापुर में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ शाह की कथित संलिप्तता के बारे में यह जानकारी साझा की. हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि ये किस ओर इशारा कर रहे हैं और न ही ये सटीक हैं. समाचार रिपोर्टों में ये यह संभावना जताई गयी है कि कनाडाई जांचकर्ताओं ने जिन लोगों के नाम आदि इंटरसेप्ट किये गए, उन व्यक्तियों की संलिप्तता के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए भारतीय राजनयिकों से पूछताछ करने की कोशिश की.
इस बीच, भारत द्वारा उनकी राजनयिक छूट समाप्त करने से इनकार करने के बाद भारतीय उच्चायुक्त सहित छह राजनयिकों को अवांछित व्यक्ति करार दिया गया और कनाडा से निष्कासित कर दिया गया. भारत सरकार ने कहा है कि वह अपने राजनयिकों को उनकी सुरक्षा के लिए वापस बुला रही है और उसने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित करने का भी आदेश दिया है.
सबूत कुछ भी हो भारत नहीं करेगा स्वीकार
विदेश मंत्रालय या गृह मंत्रालय ने वाशिंगटन पोस्ट की उस स्टोरी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिसमें कनाडा ने शाह की संलिप्तता का आरोप लगाया है. हालांकि, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत "निज्जर की हत्या और कनाडा में किसी भी अन्य हिंसा से किसी भी तरह के संबंध से इनकार करेगा, चाहे सबूत कुछ भी हों."
कनाडा आक्रामक रुख पर है कायम
कनाडा आक्रामक रुख अपना रहा है और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया है कि पुलिस के पास "स्पष्ट और ठोस सबूत" हैं कि "भारत सरकार के एजेंट ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और अभी भी शामिल हैं जो सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं, जिसमें गुप्त सूचना एकत्र करने की तकनीक, दक्षिण एशियाई कनाडाई लोगों को निशाना बनाकर बलपूर्वक व्यवहार करना और हत्या सहित एक दर्जन से अधिक धमकी भरे और हिंसक कृत्यों में शामिल होना शामिल है."
कनाडा के आरोप निराधार
भारत ने इस घटना में भारत की संलिप्तता के कनाडा के आरोपों को "निराधार" बताया है. ताजा घटनाक्रम में, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) के प्रमुख ने भारत सरकार पर कनाडा में हत्याओं को अंजाम देने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की सेवाओं का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. बिश्नोई, जो वर्तमान में गुजरात की जेल में है, कथित तौर पर वहीं से अपना काम चला रहा है.
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