भारत के कहने पर भी कनाडा ने निर्वासित नहीं किये लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 26 गुंडे
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भारत के कहने पर भी कनाडा ने निर्वासित नहीं किये लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 26 गुंडे

भारत ने यह भी कहा कि ट्रूडो सरकार ने “निराधार” आरोप लगाए हैं, और दोहराया कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संबंध में “कोई सबूत” साझा नहीं किया गया है.


India Canada Row: कनाडा ने जिस तरह से खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत सरकार पर आरोप लगाते हुए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम उजागर किया है, उसके जवाब में भारत सरकार ने ये दावा किया है कि बिश्नोई गैंग के कुछ बदमाश कनाडा में रह रहे हैं, उनको डिपोर्ट ( निर्वासित ) करने के लिए कनाडा सरकार से कहा गया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.


क्या कहा विदेश मंत्रालय ने
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें यह बहुत अजीब लगता है कि जिन लोगों को हमने वापस भेजने के लिए कहा था, कनाडा पुलिस अब दावा कर रही है कि ये लोग कनाडा में अपराध कर रहे हैं, जिसके लिए भारत को दोषी ठहराया जा रहा है."
जायसवाल ने भारत के प्रत्यर्पण अनुरोधों के बारे में कहा, "छब्बीस मामले एक दशक या उससे अधिक समय से लंबित हैं. कई प्रोबेशन रिक्वेस्ट भी लंबित हैं."

'आधारहीन आरोप'
भारत ने यह भी कहा कि ट्रूडो सरकार ने “निराधार” आरोप लगाए हैं, और दोहराया कि इसके समर्थन में “कोई सबूत” साझा नहीं किया गया है. ये आरोप पिछले साल कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंधित हैं.

ट्रूडो ने खुद स्वीकारा नहीं है कोई सबूत
अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में जायसवाल ने कहा कि सार्वजनिक जांच के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा स्वयं स्वीकारोक्ति से भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों का महत्व पता चलता है.
संघीय चुनाव प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं में विदेशी हस्तक्षेप की सार्वजनिक जांच के समक्ष गवाही देते हुए ट्रूडो ने बुधवार को स्वीकार किया कि जब उन्होंने निज्जर की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया था, तब उनके पास केवल खुफिया जानकारी थी और कोई "ठोस साक्ष्य" नहीं था.
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उसने जो सुना है, वह नई दिल्ली के इस दृढ़ रुख की पुष्टि करता है कि कनाडा ने भारत और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ ओटावा द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के समर्थन में "हमें कोई सबूत पेश नहीं किया है."
ब्रीफिंग के दौरान जायसवाल ने दोहराया कि अभी तक कनाडा द्वारा कोई सबूत साझा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान संकट (भारत-कनाडा संबंधों में) ट्रूडो सरकार के निराधार आरोपों के कारण उत्पन्न हुआ है.’’


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